हरियाणा में ऑल हरियाणा पेट्रोल पंप डीलर्स ने सरकार को दिया एक सप्ताह का ये अल्टीमेटम
ऑल हरियाणा पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़ के मुकाबले हरियाणा में डीजल पर वैट दर 6 फीसद से अधिक है। इसके कारण जहां हरियाणा का राजस्व घट रहा है, वहीं अन्य राज्यों के राजस्व में वृद्धि हो रही है। इस मुद्दे को लेकर ऑल हरियाणा पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन 2017 से सरकार को अनेक बार पत्राचार से अवगत करवा चुकी है, लेकिन बावजूद इसके सरकार की ओर से इस पर संज्ञान नहीं लिया गया है। अगर एक हफ्ते में सरकार ने इस मुद्दे पर एसोसिएशन से बातचीत कर समस्या का हल नहीं निकाला तो पूरे हरियाणा में डीलर्स एसोसिएशन बड़ा कदम उठा सकती है।
यादव शुक्रवार को सिरसा में जोनल स्तरीय मीटिंग में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में वेट दर 8.8 फीसद थी, जबकि बीजेपी सरकार केसत्त्ता में आने के बाद से वैट दरें 16.8 फीसद हो गई है। भाजपा सरकार के सत्त्ता में आने के बाद से बढ़ी वैट दरों से हरियाणाण् में पिछले 5 सालों में डीजल की खपत 13.81 फीसद घटी है, जबकि अन्य राज्यों में इसमें बढ़ोत्त्तरी हुई है। वैट दरें अधिक होने के कारण पड़ोसी राज्यों से डीजल की खरीद की जा रही है, जिससे हरियाणा को जहां राजस्व का घाटा हो रहा है, वहीं पड़ोसी राज्यों का राजस्व बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार हरियाणा का वैट नहीं घटा सकती तो कम से कम अन्य राज्यों का भी हरियाणा के बराबर कर दे, जिससे सरकारी राजस्व में भी बढ़ोत्त्तरी होगी। यादव ने बताया कि वैट दरें कम न होने व पड़ोसी राज्यों में रेट कम होने के कारण पेट्रोल पंप संचालकों के समक्ष पंप बंद करने तक की नौबत आन खड़ी हुई है। अगर यही हालात रहे तो अधिकतर पंप बंद हो जाएंगे।
इसी दौरान फतेहाबाद जोनल प्रभारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि कमीशन को बढ़ाने के लिए 2017 में सरकार की ओर से एक कमेटी भी बनाई गई थी, जिसमें हर 6 महीने बाद कमीशन को बढ़ाने की बात हुई थी, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इस विषय में कोई कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि इन पांच सालों में सरकार की ओर से तेल के दाम अनेक बाद बढ़ाए गए हंै, लेकिन उनके कमीशन को लेकर सरकार ने कोई ठोस निर्णय नहीं लिया। केंद्र सरकार से भी कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा बातचीत का सिलसिला जारी है, लेकिन पता नहीं सरकार डीलर्स की समस्या की ओर गौर क्यों नहीं कर रही? प्रत्येक पंप पर प्रति माह की एक से दो गाड़ियों की खपत रह गई है, कहीं ऐसा न हो कि उन्हें पंप बंद ही करने पड़ें, क्योंकि पंप केप्रतिदिन का खर्च वहन करना पंप मालिकों के बस की बात नहीं है।
उन्होंने ऑल हरियाणा पेट्रोल पंप डीलर्स की ओर से सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह में सरकार ने डीलर्स की मांगों पर गौर नहीं किया तो उन्हें मजबूरन कोई ठोस कदम उठाना पड़ेगा। यहां तक की अगर प्रदेशभर के पंप भी बंद करने पड़े तो वे अपना व्यवसाय बचाने के लिए पीछे नहीं हटेंगे। इस अवसर पर जिला प्रधान ज्ञान चंद मेहता, अर्जुन सिंह, वेदप्रकाश बाकोलिया, नकुल अग्रवाल, भीम झुंथरा, पवन शर्मा, जसप्रीत नागपाल, अनुप सहारण, संदीप चौधरी, नि िाल गोयल सहित तमाम डीलर्स मौजूद थे।