पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आया तो बहुत ही कम हो जाएंगे पेट्रोल डीजल के रेट

 
mahendra indai news, new delhi

घर से गाड़ी निकालते ही सबसे पहले देखते हैं कि गाड़ी तेल है या नहीं। इसके बाद रेट को लेकर मन में सवाल उठता है। इसी के साथ प्रतिदिन डीजल पेट्रोल के रेट सस्ते होने व महंगे होने की चर्चा करते हैं। इसी को लेकर पेट्रोल-डीजल को लंबे समय से जीएसटी के तहत लाने की मांग की जा रही है. अगर ऐसा होता है तो भारत में पेट्रोल-डीजल के रेटों में बड़ी कमी आ सकती है। 


देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पेट्रोल-डीजल को गुड्स एंड सर्विसेज के तहत लाने के लिए प्रश्र किया। इस पर कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहती है। अब प्रदेशों को इसके बारे में फैसला लेना है और वे साथ आकर दरें तय करें। 

आपको बता देें कि दरअसल, पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी लगाई जाती है. वहीं, प्रदेश सरकार द्वारा वैट वसूला जाता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन मिलाकर अंतिम कीमत आती है। 


आपको उदाहरण के लिए मौजूदा समय में दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 55.46 रुपये है. इस पर 19.90 रुपये की एक्साइज ड्यूटी, 15.39 रुपये का वैट लगता है. इसके बाद ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन क्रमश: 20 पैसे और 3.77 रुपये लगता है। ऐसे में अंतिम कीमत 94.72 रुपये निकलकर आती है.

इसी के साथ आपको बता दें कि दिल्ली में डीजल का बेस प्राइस 56.20 रुपये है. इस पर 15.80 रुपये की एक्साइज ड्यूटी, 12.82 रुपये का वैट लगता है. इसके बाद ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन क्रमश: 22 पैसे और 2.58 रुपये लगता है। इसी को लेकर ऐसे में अंतिम कीमत 87.62 रुपये होती है।

जीएसडी के दायरे आने पर 20 रुपये तक सस्ता हो सकता है पेट्रोल
जानकारी के अनुसार अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में आता है तो काफी लाभ  होगा, क्योंकि जीएसटी की अधिकतम दर 28 फीसद है. दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 55.46 रुपये है. इस पर 28 फीसदी जीएसटी लगा दी जाए तो टैक्स 15.58 रुपये बनता है। अगर ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन क्रमश: 20 पैसे और 3.77 रुपये जोड़ दिए जाए तो अंतिम रेट 75.01 रुपये बनती है। ऐसे में पेट्रोल 19.7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो सकता है।