मूसलाधार बरसात से 8 नदियां उफान पर, खतरे के पार, बाढ़ की स्थिति गंभीर

 
mahendra india news, new delhi

मानसून की जगह जगह बरसात हो रही है। मानसून की अधिक बरसात से अब मुश्किल पैदा होने लगी है। इस सप्ताह के दौरान पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भारी बरसात होने का खतरा है। पिछले 24 घंटों में असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बरसात हुई है। जबकि, भारी बरसात नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तक सीमित रही। वहीं, कोहिमा, लुमडिंग, इंफाल, लेंगपुई, कैलाशहर, आइज़ोल और अगरतला में मध्यम से भारी बरसात हुई है। 4 जुलाई से बरसात की तीव्रता बढ़ने की संभावना है।

खतरे के निशान से ऊपर नदियां
भारी बरसात से कई जगह पर परेशानी बढ़ी है। अरुणाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बरसात हुई है। जिससे ब्रह्मपुत्र नदी में पानी का भारी बहाव शुरू हो गया है। वहीं, ऊपरी असम बाढ़ से जूझ रहा है, आठ नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें ब्रह्मपुत्र ने जोरहाट जिले के नेमाटीघाट में अपने उच्चतम बाढ़ स्तर को पार कर लिया है। 


आपको बता दें कि स्काईमेट एप के मुताबिक इससे पहले, ब्रह्मपुत्र  नदी डिब्रूगढ़ में भी खतरे के स्तर को पार कर गई थी। लेकिन आज नदी खतरे के निशान से थोड़ा नीचे आ गई है। असम के 19 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिसमें छह लाख से अधिक लोग को सुरक्षित जगह पर भेज गया है।


इन तीन राज्यों में बहुत भारी बरसात 
आपको बता दें कि मानसून ट्रफ में पहाड़ों के पास और असम घाटी की ओर जाने की प्रवृत्ति देखी जा रही है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाएं पूरे बांग्लादेश में नमी बढ़ा रही हैं। 48 घंटों के बाद बारिश की गतिविधि बढ़ने की उम्मीद है। चार जुलाई से छह जुलाई 2024 के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है। इन तारीखों से पहले, अधिकांश स्थानों पर मध्यम बारिश जारी रहेगी। यहां तक कि इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधि अगले सप्ताह भी जारी रहेगी।