आदित्य एल 1 : आदित्य एल 1 को लेकर बड़ी खबर, पृथ्वी की कक्ष से बाहर निकला आदित्य एल 1

इसरो ने दी ये बड़ी जानकारी 
 

mahendra indai news, new delhi चंद्रयान की सफलता के बाद आदित्य एल वन भी कामयाबी की ओर बढ़ रहा है। आदित्य वन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि इसरो ने कहा कि सूर्य का अध्ययन करने के लिए इंडिया का पहला अंतरिक्ष-आधारित मिशन, आदित्य एल 1 अंतरिक्ष यान, 2 सितंबर के लॉन्च के बाद पृथ्वी की कक्षा से रवाना’ हो गया। अब आदित्य-एल1 सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि में करीब 2 बजे तय प्रक्रिया के तहत धरती के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से आगे निकल गया। 

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आपको बता दें कि इसरो ने इस दो सितंबर को पीएसएलवी-सी57 रॉकेट के माध्यम से आदित्य-L1 का प्रक्षेपण किया था जिसे पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर ‘लैग्रेंजियन’ प्वाइंट-1  पर प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा।


आपको बता दें कि आदित्य L-1 अब पृथ्वी-सूर्य प्रणाली में ‘लैग्रेंजियन’  प्वाइंट 1 पर पहुंचने के लिए अपनी चार महीने की यात्रा शुरू कर दी. एक बार जब आदित्य-L1 ‘लैग्रेंजियन’ प्वाइंट पर पहुंच जाएगा, तो यह एक प्रभामंडल कक्षा में प्रवेश करेगा और अपने मिशन की अवधि के दौरान वहीं रहेगा। लगातार 5वीं बार मिली इसरो को सफलता


इसरो ने कहा कि यह लगातार पांचवीं बार है जब इसरो ने किसी वस्तु को अंतरिक्ष में किसी अन्य खगोलीय पिंड या स्थान की ओर ट्रांसफर किया। इससे पहले इसरो ने सोमवार को जानकारी दी कि  भारत के ‘आदित्य एल-1’ सूर्य मिशन अंतरिक्ष यान ने आंकड़े जुटाने शुरू कर दिए हैं, जो पृथ्वी के चारों ओर मौजूद कणों के व्यवहार के विश्लेषण में वैज्ञानिकों की मदद करेंगे। इसरो ने कहा इंडिया की प्रथम सौर वेधशाला में लगे सेंसरों ने पृथ्वी से 50 हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर आयन और इलेक्ट्रॉन को मापना शुरू कर दिया है।