सिरसा सीडीएलयू में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 80 लाख रुपये के वार्षिक बजट को अनुमोदित किया 

 
mahendra india news, new delhi

हरियाणा में सिरसा स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा को दिशा व दशा प्रदान करना शैक्षणिक संस्थानों की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। किताबी ज्ञान के साथ-साथ विद्यार्थियों को सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए। विद्यार्थियों को समाज हित के कार्यों में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।


प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने विश्वविद्यालय के युवा कल्याण समिति की वार्षिक बैठक की अध्यक्षता करते कही। कुलपति कार्यालय के कमेटी कक्ष में आयोजित इस बैठक में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए गए और वर्ष 2024 -25 के लिए 80 लाख रुपये के वार्षिक बजट को अनुमोदित किया गया। 


विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर ङ्क्षसह मलिक ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का युवा कल्याण निदेशालय विद्यार्थियों की प्रतिभा को तराशने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने से छात्रों में प्रबंधकीय दक्षता एवं कौशल विकसित होता है और यह कौशल जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उनके काम आता है। विभिन्न संस्कृतियों का मिश्रण होने से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकसित होता है और उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संभावनाओं की जानकारी उपलब्ध होती है। इस बैठक में मई, 2023  में हुई बैठक की मिनटस को भी पारित किया गया।

इस बैठक में वर्ष 2024 -25  के कलैंडर ऑफ एक्टिविटिज को भी सर्व सम्मति से पारित किया गया।  इस बैठक का संचालन युवा कल्याण निदेशक व युवा कल्याण समिति की सदस्य सचिव डा. मंजू नेहरा द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 -24  में महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक में  आयोजित 37 वें इंटर यूनिवर्सिटी नॉर्थ-वेस्ट जोन यूथ फेस्टिवल में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा संगीत, थियेटर, नृत्य, साहित्यिक एवं ललित कला आदि प्रतियोगिताओं में अपनी बेहतर प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए 06  पदक प्राप्त किये थे और लुधिआना में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में सीडीएलयू की टीमों ने छह  पदक हासिल किये थे। 

उन्होंने निदेशालय की भावी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अगस्त, 2024  में फोल्क फेस्टिवल मनाया जाएगा और स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया जाएगा। इसी प्रकार सितंबर माह में प्रतिभा खोज प्रतियोगिता, ताऊ देवी लाल जी की जयंती मनाई जाएगी, अक्टूबर में वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा। नवंबर माह में विश्वविद्यालय का 11 वां युवा महोत्सव मनाया जाना प्रस्तावित है। जनवरी, 2025 में गणतंत्र दिवस व फरवरी, 2025  में बसंत महोत्सव, मार्च 2025  में महिला दिवस और अप्रैल में विश्वविद्यालय स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इस बैठक में युवा कल्याण समिति के सभी सदस्यों ने अपने विचार रखे और युवा कल्याण निदेशालय की बेहतरी के लिए अनेक सुझाव दिए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेश बंसल, शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रोफेसर सुरेश गहलावत, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर राज कुमार सहित युवा कल्याण समिति के सदस्य भी उपस्थित थे।