सावधान ! साइबर ठगी का नया पैंतरा, Traffic E-Challan के जरिए साइबर ठग लगा रहे है चूना- पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण

 

Haryana News: सिरसा........ पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया है कि सिरसा पुलिस द्वारा विशेष जागरुकता अभियान चलाकर लोगो को साइबर अपराधो से बचनें हेतु जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि  इस अभियान के तहत जिला पुलिस द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों, स्कूल, कॉलेज इत्यादि जगहों पर जाकर सेमिनार व गोष्ठिया आयोजित कर जागरुकता कार्यक्रम करवाए जा रहे है ।

पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि आधुनिकता के इस युग में साइबर फ्रॉड करने वाले लोग घात लगाए बैठे है,जोकि सोशल साइट पर युवाओं को कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर अपना शिकार बना रहे है । उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले क्रिमनल नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपने जाल में फंसा कर धोखाधडी करते हैं ।

पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि आजकल साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी ट्रैफिक पुलिस ई-चालान के माध्यम से चूना लगाया जा रहा है । उन्होंने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा ई-चालान की नकली बेवसाइट बनाकर  लोगों के पास लिंक भेज रहे है,इसलिए ऐसे लिंक से सावधान  रहने की आवश्यकत है ।

यदि गलती से आप ने चालन भरने के लिए नकली बेवसाइट पर क्लिक कर दिया तो आप ट्रैफिक ई-चालान को निपटाने की बजाय साइबर अपराधियों को भुगतान कर देते हैं । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंटरनेट का इस्तेमाल आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही करें,अन्यथा आप धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हो ।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले व्यक्ति धोखाधड़ी वाले लिंक या संदेश को कुछ इस तरह लिखा होता है, जैसे "आपका चालान नंबर... वाहन संख्या के लिए है.. जिसकी चालान राशि 500 रुपये है । उन्होंने बताया कि साइबर ठगों द्वारा उक्त ठगी में फर्जी वेबसाइट-https://echallanparivahan.in/ का इस्तेमाल किया जा रहा है,जबकि ट्रैफिक ई-चालान के लिए अधिकारिक https://echallan.parivahan.gov.in/ है ।

उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड करने वाले आपका विश्वास जीतने के लिए, धोखाधड़ी वाले संदेश को इस तरह से तैयार करते है,जैसे ये वास्तविक हो । पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि किसी भी प्रकार की वित्तीय या ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा अपनी शिकायत साइबर क्राइम थाना या आपके संबंधित थाने में स्थापित साइबर हेल्पडेस्क पर दे सकते है।