Cow Farming: आपको करोड़पति बना देगी इस नस्ल की गाय, बाल्टी भर-भर के देती है दूध

 
Cow Farming: अगर आप डेयरी बिजनेस शुरु करना चाहते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। डेयरी बिजनेस शुरु करने के लिए सबसे अच्छी नस्ल की गाय के बारे में पता होना चाहिए। जो ज्यादा दूध देती हो। आज हम आपको एसी ही गाय के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको कम समय में मालामाल कर देगी। 

साहीवाल को भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे अच्छी नस्ल माना जाता है। साहीवाल उन नस्लों में से एक है जो एक ब्यांत में हजारों लीटर दूध देती है। इसके दूध में वसा की मात्रा अधिक पाई जाती है। यह भारत की उन नस्लों में से एक है जो विदेशी नस्लों से मुकाबला कर सकती है। यह डेयरी फार्मिंग के लिए बहुत फायदेमंद है।

साहीवाल गाय अपने असाधारण गुणों के लिए जानी जाती है। साहीवाल नस्ल पाकिस्तान और भारत के पंजाब क्षेत्र में पाई जाती है। इसकी शारीरिक संरचना मध्यम से बड़े आकार की होती है। यह शारीरिक रूप से बहुत मजबूत मानी जाती है।

एक वयस्क गाय का वजन आमतौर पर 4 क्विंटल से 6 क्विंटल होता है। इस गाय की ऊंचाई लगभग 130 से 140 सेंटीमीटर होती है। इसके सींग छोटे होते हैं। ये थोड़े बाहर की ओर मुड़े होते हैं। साहीवाल गाय के थन अच्छे से विकसित होते हैं। इसके दूध उत्पादन की बात करें तो यह एक दिन में 10 से 16 लीटर दूध देती है।

अगर बेहतर आहार दिया जाए तो दूध उत्पादन और भी बढ़ाया जा सकता है। साहीवाल गाय आमतौर पर 10 महीने तक दूध देती है। इसके दूध में बटर फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है। जिसके कारण इसे डेयरी उत्पादन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

साहिवाल गाय आमतौर पर एक दिन में 10 से 16 लीटर दूध देती है। अगर इसे सही आहार दिया जाए तो एक दिन में 80 लीटर दूध भी लिया जा सकता है। साहीवाल गाय का दूध दूसरी गायों के मुकाबले इसलिए महंगा होता है क्योंकि इसके दूध में कई तरह के प्रोटीन और मिनरल पाए जाते हैं। इसके दूध में फैट की मात्रा बहुत होती है। जिसके कारण पशुपालक इसे पालना पसंद करते हैं।

साहिवाल गाय के दूध में A-2 प्रोटीन पाया जाता है। A2 प्रकार के दूध में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखने में मदद करता है।

इसे पचाना बहुत आसान होता है। वहीं विदेशी नस्ल की गायों के दूध में A2 प्रोटीन पाया जाता है। जिसे पचाना मुश्किल होता है। बाजार में साहीवाल गाय के दूध से तैयार उत्पाद जैसे दही, घी और मक्खन आदि महंगे मिलते हैं।