CDLU की खाद्य एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मंजू नेहरा को राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग ढांचा (एनआईआरएफ) का नोडल अधिकारी नियुक्त
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चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. विजय कुमार ने खाद्य एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मंजू नेहरा को राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग ढांचा (एनआईआरएफ) का नोडल अधिकारी तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) की संयोजक नियुक्त किया है। यह निर्णय विश्वविद्यालय में गुणवत्ता उन्नयन, पारदर्शिता तथा शैक्षणिक उत्कृष्टता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
नोडल अधिकारी का कार्यभार संभालते हुए डॉ. मंजू नेहरा ने कहा कि वह एनआईआरएफ के सभी मानकों पर विश्वविद्यालय के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डेटा प्रबंधन, गुणवत्ता संकेतकों के सुधार तथा विभागीय समन्वय को प्राथमिकता दी जाएगी।
आईक्यूएसी संयोजक का प्रभार मिलने पर डॉ. नेहरा ने बताया कि संस्थागत गुणवत्ता संवर्द्धन, नवाचार व श्रेष्ठ शैक्षणिक प्रथाओं को बढ़ावा देना उनका मुख्य उद्देश्य रहेगा। उन्होंने विभिन्न विभागों और प्रकोष्ठों के बीच प्रभावी संवाद, समयबद्ध कार्यान्वयन व लगातार समीक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वास व्यक्त किया है कि उनकी सक्रिय नेतृत्व क्षमता, अनुभव और कार्य के प्रति समर्पण से विश्वविद्यालय गुणवत्ता मूल्यांकन और रैंकिंग दोनों क्षेत्रों में नई ऊँचाइयों को प्राप्त करेगा।
उल्लेखनीय है कि डॉ. नेहरा वर्ष 2007 से चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा में कार्यरत हैं और वर्तमान में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर सेवारत हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की तथा वर्ष 2004 में नेट परीक्षा उत्तीर्ण की। उनका शोध क्षेत्र फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, न्यूट्रास्यूटिकल्स और फ़ंक्शनल फ़ूड्स के विकास एवं विश्लेषण से संबंधित है।
यह उनका इस पद पर दूसरा कार्यकाल है, जो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनके सशक्त नेतृत्व एवं छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण की वजह से प्रदान किया गया है ।युवा कल्याण निदेशक के रूप में अपने पूर्व कार्यकाल में भी डॉ. नेहरा ने अनेक नवोन्मेषी, रचनात्मक एवं छात्र-केन्द्रित कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया, जिनकी सराहना विश्वविद्यालय समुदाय द्वारा की जाती रही है।उन्हें अब तक अनेक राष्ट्रीय और संस्थागत सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिनमें महिला दिवस पुरस्कार (2022), बेस्ट वीमेन डायरेक्टर पुरस्कार (2022), कॉर्पोरेट एक्सीलेंस अवॉर्ड (2021) तथा विज्ञान एवं शोध में विशेष सम्मान (2021) प्रमुख हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय में इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना जैसी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में नेतृत्व भूमिका निभाई है। डॉ. नेहरा के नाम पर 50 से अधिक शोध पत्र, पुस्तक अध्याय और संदर्भ ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।