उज्जैन विश्वविद्यालय में SIRSA से ज्योतिष रत्न डा. गुरभेज सिंह ढिल्लों ने प्रस्तुत किया शोध पत्र
MAHENDRA IINDIA NEWS, NEW DELHI
उज्जैन की अभिरंग, सभागार, कालीदास संस्कृत अकादमी में सम्राट विक्रमादित्य विद्वत् परिषद उज्जैन एवं साऊथ एशियन एस्ट्रो फैडरेशन, नेपाल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष-तंत्र एवं वास्तु महाधिवेशन आयोजित किया गया। अधिवेशन के आयोजक ज्योतिषाचार्य सर्वेश्वर शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि मध्यप्रदेश से ज्योतिषाी महाराज कृपाराम, एचएस रावत, डा. अनिल कुमार शर्मा कुल सचिव विश्वविद्यालय पहुंचे,
जबकि सिरसा से इंटरनैशनल एस्ट्रोलोजर एवं वास्तुकार डा. गुरभेज सिंह ढिल्लों ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष एवं वास्तु अधिवेशन में देश-विदेश के सैकड़ों ज्योतिषाचार्य, शोधार्थी और विश्वविद्यालय के छात्र शामिल हुए। इस अवसर पर सिरसा से ज्योतिष रत्न डा. गुरभेज सिंह ढिल्लों को विशिष्ट अतिथि एवं वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया, जो पंजाबी वर्ग के लिए गर्व की बात है,
क्योंकि पहली बार इस महासम्मेलन में किसी पंजाबी ने वक्ता के रूप में हाजिरी लगाई है। कार्यक्रम में डा. गुरभेज सिंह ढिल्लों ने वास्तु एवं ज्योतिष विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। उनकी विद्वतापूर्ण प्रस्तुति को उपस्थित आचार्यों और विद्वानों ने अत्यंत सराहा।
बता दें कि डा. गुरभेज सिंह ढिल्लों को ज्योतिष व वास्तु के क्षेत्र में ग्लोबल गौरव टॉप-10 अवार्ड, टॉप-10 ज्योतिष वास्तु अवार्ड-2022, लाल किताब रत्न अवार्ड, प्रांगण ऊर्जा अवार्ड, भारत गौरव अवार्ड, गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड, इंडिया एस्ट्रोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट सम्मान पत्र, इंडियन टरोट कांफ्रेंस-2022, श्री बालाजी ज्योतिष संस्थान नाभा सहित अनेक ख्यातिनाम पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि ज्योतिष व वास्तु एक विद्या है, जिससे मानवता की भलाई के लिए बनी है।