पेस्टीसाइड यूनियन के पदाधिकारी की किसानों के प्रति टिप्पणी निंदनीय: रघुबीर सिंह

 

Mahendra india news, new delhi
संयुक्त किसान मोर्चा जिला सिरसा की मीटिंग रघुबीर सिंह नकोड़ा की अध्यक्षता में हुई। गत दिनों पहले सिरसा में व्यापार मण्डल की एक मीटिंग में पेस्टीसाइड यूनियन के एक पदाधिकारी द्वारा मीटिंग में बोलते हुए किसान नेताओं के बारे में भद्दी टिप्पणी की गई, जो कि एक बहुत निंदनीय है।

जिसका कई किसान नेताओं ने सोशल मीडिया में विरोध जताया है तथा किसानों के बारे गलत ब्यान बाजी करने वाले ने आधी-अधूरी माफी भी सोशल मीडिया पर मांग ली है, परंतु मुद्दा गरमाया हुआ है और पूरे किसान वर्ग में गलत ब्यानबाजी को लेकर गुस्सा व रोष व्याप्त है। आज जिस वक्त सरकार जनविरोधी कानून बनाकर पूरे का पूरा खेती, व्यापार व मंडियों को कॉरपोरेट के हवाले करने जा रही है,

ऐसे समय में व्यापार मण्डल की मीटिंग में मण्डी व बाजार को बचाने वाले किसान संगठनों के खिलाफ  घटिया मानसिकता वाला वक्तव्य बहुत ही चिन्ता जनक विषय है। आज की मीटिंग में उपरोक्त विषय पर गंभीरता से सभी तथ्यों पर चर्चा करने के बाद महसूस किया गया कि व्यापार मण्डल की मीटिंग में इस प्रकार के आपत्तिजनक बयान पर व्यापार मण्डल की पूरी जिला कमेटी को संज्ञान लेना चाहिए, जो कि अभी तक नहीं लिया गया है।

इससे उत्पन्न स्थिति के बारे में विचार करना चाहिए और अपने संगठन की किसान नेताओं व संगठनों के बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। किसान खेती के लिए खाद, बीज, कीट नाशक वगैरा बाजार से ही लेता है। किसानों का व्यापारियों से सीधा संबंध रहता है। व्यापारियों के जेहन में अगर इस तरह की नफऱत रहती है, तो बहुत चिन्ता की बात है। ऐसी घटनाओं के दूरगामी परिणाम भी होते हैं।

इसलिए जिला व्यापार मण्डल को इस प्रकरण का संज्ञान लेना चाहिए एवं किसान समुदाय के प्रति ऐसी विकृत मनोवृति रखने वाले अपने पदाधिकारियों एवं सदस्यों के विरुद्ध शीघ्र अनुशासनिक करवाई करके किसान समुदाय की आहत भावनाओं को शांत करने का प्रयास करें। समय हम सभी से एकता की मांग करता है न की बिखराव की।

बैठक में हमजिंदर सिद्धू (अखिल भारतीय किसान सभा), कुलदीप सिंह सूखचैन (किसान संघर्ष समिति पगड़ी सम्भाल) जटा, हरजिंदर सिंह नानूआना, लखा सिंह अलीका (राष्ट्रीय किसान मंच), बाबा गुरदीप सिंह (हरियाणा किसान मंच), डा. सुखदेव सिंह जम्मू (अखिल भारतीय किसान सभा), भरत सिंह झाझड़ा (भारतीय किसान यूनियन टिकैत) के जिला पदाधिकारियों ने भाग लिया।