हरियाणा के पांच जिलों में प्राथमिक स्कूल रहेंगे बंद, ऑनलाइन होगी पढाई, खराब होते वातावरण के चलते लिया फैसला
Haryana AQI: हरियाणा में बिगड़ती आबोहवा के बीच नायब सरकार ने पहली से पांचवीं तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। हालांकि, फैसले को लागू करना जिला उपायुक्त के अधिकार क्षेत्र में रहेगा। प्रदेश का वातावरण लगातार बिगड़ रहा है। जीटी बेल्ट से लेकर एनसीआर में हवा दमघोंटू साबित हो रही है।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शिक्षा विभाग ने चिंता जताते हुए पहली से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों का बंद करने का फैसला लिया है। इसे लेकर मौलिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने सभी जिला उपायुक्तों को पत्र लिखा है कि गंभीर वायु गुणवत्ता सूचकांक को देखते हुए पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं बंद करने का स्वत: फैसला लें। जिला उपायुक्तों को लिखे पत्र में विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी किए हैं कि छात्रों की हित में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन लगाई जाएं।
हरियाणा सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के मद्देनज़र बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए जिला उपायुक्तों को कक्षा 5 वीं तक के स्कूल अस्थायी रूप से बंद करने का अधिकार दिया है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिला उपायुक्तों को पत्र लिखा गया है।#Haryana #DIPRHaryana pic.twitter.com/UcIkYo5Z9c
— DPR Haryana (@DiprHaryana) November 16, 2024
हरियाणा में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देगी नायब सरकार
हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के अध्यक्ष नंद लाल शर्मा ने शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की। इस दौरान विद्युत क्षेत्र में सुधार, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने, थर्मल पावर प्लांट को दुरुस्त करने और विद्युत क्षेत्र से संबंधित केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही, एग्रीगेट ट्रांसमिशन एंड कमर्शियल लॉस (एटीएंडसी) को कम करने के महत्व पर भी चर्चा की गई। इसमें बिजली वितरण क्षमता बढ़ाने, राजस्व घाटे को कम करने और अधिक विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।