बॉडी में इम्युनिटी बढ़ाने में इलेक्ट्रो होम्योपैथी दवाओं का विशेष योगदान: डा. राजेश कुमार

विभिन्न राज्यों से आए चिकित्सकों ने मीटिंग में किए अनुभव सांझा
 

mahendra india news, new delhi

रोगमुक्ति इलैक्ट्रोहोम्योपैथी क्लीनिक के संचालक डा. राजेश कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी दवा वनस्पतियों द्वारा तैयार की जाती है और इसमें किसी भी प्रकार के केमिकल का मिश्रण नहीं किया जाता है। इस पद्धति से किसी भी बीमारी को जल्द व पूर्णरूप से ठीक किया जा सकता है। अब भारत में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को लोग पहचानने लगे हैं, क्योंकि इससे शुगर, हार्ट समस्या, कैंसर, काला पीलिया, डेंगू, एड्स जैसी खतरनाक बीमारियों का इलाज संभव है। कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने में इलेक्ट्रो होम्योपैथी दवाइयों का विशेष योगदान रहा है। डा. राजेश कुमार ने देश के कई राज्यों से आए इलैक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सकों के साथ बैठक करते हुए कही। 

Dr. Rajesh Kumar ने बताया कि जिस तरह आज के इस भौतिकवादी व आधुनिक युग में निरंतर विकास हो रहा है। उसी विकास के साथ आज नित नए-नए असाध्य रोग भी जन्म लेते जा रहे हैं। लोग भागदौड़ व थकानभरी जिंदगी में मानसिक तनाव व विभिन्न रोगों से ग्रस्त होते जा रहे हैं। मानव जाति के पृथ्वी पर आगमन के साथ ही अनेक आर्युविद्याओं का भी उपयोग स्वस्थ व निरोग रहने के लिए मानव जाति करने लगी थी। भांति-भांति के विकास और विज्ञान की प्रगति ने आर्युविज्ञान को भी अछूता नहीं छोड़ा और विभिन्न प्रकार की चिकित्सा पद्धतियां विकसित हुई, जिनमें से इलैक्ट्रोहोम्योपैथी भी एक है। 

इस बैठक में संबोधित करते हुए Dr. Jagtar Singh Sekhon ने कहा कि इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सा में सम्पूर्ण उपचार है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा से सेवाएं देने वाले लाखों लोग हैं, जो काम कर रहे हैं। शोध कर रहे हैं। इलेक्ट्रोपेथी पूरी तरह से हर्बल है। इलेक्ट्रोपैथी से लिया गया उपचार कारगर है, 80 % तक रोगी स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोपैथी डॉक्टरों की सरकार से मांग है कि सरकारी सेवाओं में इसे शामिल किया जाए और अन्य प्रदेशों में मान्यता देने और जो समस्याएं आ रही हैं, उन्हें दूर किया जाए। मीटिंग में आए चिकित्सकों ने ब्लड इंफैक्शन, पल्स उपचार, शुगर सहित कई बिमारियों के बारे में अपने अनुभव सांझा किए। 


बैठक में Dr. Mandeep Singh ने सिर दर्द से जुड़ी समस्याओं व अनुभव चिकित्सकों से सांझा किए। इस मौके पर डा. कंवलजीत सिंह सेखों, डा. जगजीत गिल, बठिंडा से डा. एसके कटारिया, डा. रमेश शर्मा, डा. हरबीर सिंह संधू, जीरकपुर से डा. अवनीत कौर, अजय कुमार, दिल्ली से डा. सतनाम सिंह, डा. सतीश कुमार, डा. प्रदीप कुमार, डा. सुरेश कुमार मलकानी, भिवानी से डा. रवि टांक, हिसार से डा. नकुल शर्मा, सरदूलगढ़ से डा. गुरप्रीत सिद्धू, कालांवाली से डा. मनदीप सिंह, sirsa से डा. सुनील कुमार, डा. राजबाला, दिल्ली से मोहित कुमार व अनुज कुमार, सरदूलगढ़ से संजय कुमार, बठिंडा से नवप्रीत शर्मा, जींद से धरेंद्र कुमार, सिरसा से देविंद्र कुमार, वैदवाला से कंवलजीत कौर, नेजियाखेड़ा से नूरबाना, पंजाब से अकविंद्र कौर sirsa से प्रोमिला, सुचान से विश्व, sirsa से हरमन कौर व अमन उपस्थित थे।