सफर में समय की होगी बचत, इस प्रदेश को जल्द मिलने वाले कई हाईटेक एक्सप्रेसवे, जानिए इनकी लिस्ट, रूट मैप और डिटेल
देशभर सड़कों का जाल बिछा हुआ है, इसके साथ ही नये हाइटेक एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिससे आमजन को फायदा मिल सके। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के अंदर कई हाईटेक एक्सप्रेसव को निर्माण कार्य पूरा होने वाला है। इससे सफर में समय की बचत होगी।
गंगा एक्सप्रेसवे
UP के सबसे लंबे और बड़े माने जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे की शुरुआती बिंदु मेरठ होगी और अंतिम बिंदु प्रयागराज, इसका कार्य पूरा होने की तिथि दिसंबर 2025 है। निर्माण कंपनी का टारगेट है कि इसे वर्ष 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले से पहले कर दिया जाएगा। इसके बाद आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
इस 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे खुलने से मेरठ से प्रयागराज महज 8 घंटे में पहुंचना होगा. इस गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहनों को दौड़ाया जा सकेगा।
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
लखनऊ और कानपुर को आपस में जोड़ने वाले 62.67 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. इससे दोनों शहरों के बीच तीन से चार घंटे का यात्रा वक्त घटकर 35 से 45 मिनट के बीच हो जाएगा. इसके 2025 में खुलने की संभावना है।
नोएडा-गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे
नोएडा-गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे की लंबाई 380 किलोमीटर है, यह बिंदु NH-9 गाजियाबाद-हापुड़ हाईवे और अंतिम बिंदु उन्नाव-कानपुर बॉर्डर है। यात्रा का अनुमानित वक्त 5 घंटे 40 मिनट होगा और इसका निर्माण 2026 है. एनसीआर के नोएडा शहर को कानपुर से जोड़ने के लिए इसे विकसित किया जा रहा है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
पूर्वी UP यानी गोरखपुर से लखनऊ को जोड़ने के लिए 91 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. इसकी शुरुआती बिंदु जैतपुर (गोरखपुर) और अंतिम बिंदु सलारपुर (आजमगढ़) है. इसका कार्य लगभग पूरा हो गया है. इसी सितंबर माह में खोला जा सकता है।