धान की पराली जलाने से रोकने में विफल 30 अफसरों पर दर्ज होंगे केस, 5 वर्ष जेल और एक करोड़ का जुर्माना 

 
mahendra india news, new delhi

धान की पराली जलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। हरियाणा प्रदेश में पराली जलाने से रोकने के लिए कृषि विभाग की टीम ने कड़े प्रबंध किए। इसके बाद भी पराली जलाने के मामले हर जिले से आते रहे। अब पराली जलाने से रोकने में विफल रहने पर 30 अफसरों पर आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे। 

जानकारी के अनुसार इस मामले में सीएक्यूएम की धारा 14 के तहत कार्रवाई की सिफारिश। अभी तक 580 एफआईआर 725 चालान और 1218 किसानों के दस्तावेजों में रेड एंट्री। पराली जलाने के मामलों में फिलहाल 12 नोडल अधिकारी निलंबित चल रहे हैं जबकि 4 अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

गैर संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आने वाली धारा 14 के तहत दोषी पाए जाने पर एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना, 5 वर्ष तक की कैद या दोनों ही सजा हो सकती है। अभी तक पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ 580 एफआइआर दर्ज हुई है, जबकि 725 के चालान किए गए हैं। इसके अलावा 1218 किसानों के दस्तावेजों में रेड एंट्री की गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की सैटेलाइट रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों की बात करें तो पूरे उत्तर भारत में 709 स्थानों पर पराली जलाई गई है।