हो जाए सावधान, गाड़ी का हमेशा शीशा चढ़ाकर रखें,  नहीं तो कार में बैठे-बैठे आ जाएगा हार्ट अटैक

 

mahendra india news, new delhi

आज के समय में अपनी सेहत का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी हो गया। भागदौड़ भरी जिंदगी में कई बार पता होने के बाद भी हम गलती कर बैठते हैं। आपको बता दें कि अगर ऐसी जगह रहते हैं, जहां ट्रैफिक का अधिक शोर होता है या सफर के दौरान ट्रैफिक के शोर में अधिक समय बिताते हैं, तो सावधान हो जाएं।

आपको बता दें कि अगर आप कार में अधिक सफर करते हैं और अक्सर खिड़की खुली रखते हैं, तो आपको हार्ट अटैक सहित कई स्वास्थ्य परेशनियां का जोखिम बढ़ सकता है।


जानकारी के लिए बता दें कि शोधकर्ताओं ने पाया है कि ट्रैफिक का बढ़ता शोर हृदय संबंधी बीमारियों को बढ़ा सकता है जिसमें दिल का दौरा भी शामिल है।


इसी के साथ ही शोधकर्ताओं के अध्ययन से पता चला है कि ट्रैफिक के शोर की वजह से न केवल हृदय संबंधी बीमारियां बल्कि स्ट्रोक और डायबिटीज का भी खतरा बढ़ सकता है। 


बता दें कि इतना ही नहीं रोड पर होने वाले शोर में हर 10 डेसिबल की वृद्धि के साथ, हृदय रोग का खतरा 3.2 फीसद तक बढ़ जाता है। 


वैज्ञानिकों का मानना है कि रात्रि में ट्रैफिक का शोर नींद में बाधा डालता है और रक्त वाहिकाओं में तनाव पैदा करने वाले हार्मोन के स्तर को बढ़ा देता है, इससे सूजन और धमनियों की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।


शोधकर्ताओं का मानना है कि ज्यादा आबादी वाले एरिया में सड़कों के किनारे नॉइज़ बैरियर लगाने से शोर के लेवल को 10 डेसिबल तक कम किया जा सकता है। इसी के साथ ही, सड़क निर्माण में कम आवाज पैदा करने वाली डामर का इस्तेमाल करने से भी शोर को 3-6 डेसिबल तक कम किया जा सकता है।