हरियाणा के चौपटा में विश्वकर्मा दिवस पर विश्वकर्मा मंदिर में भजन कीर्तन व भंडारे का आयोजन ​​​​​​​

भगवान विश्वकर्मा देवताओं की शिल्पकार थे इसलिए कारीगर भगवान मानते हैं
 

mahendra india news, new delhi

haryana के नाथूसरी चौपटा में स्थित विश्वकर्मा मंदिर में विश्वकर्मा दिवस पर भजन कीर्तन तथा भंडारे का आयोजन किया गया । इसी के साथ ही कारीगरों  विश्वकर्मा के भक्तों ने मंदिर में बनी भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति के समक्ष प्रसाद चढ़ाया और मन्नत मांगी। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नाथूसरी कला की सरपंच रीटा जगतपाल कासनियां, समाजसेवी नवंबरदार कृष्ण कासनिया और सरपंच राजेंद्र ढूकड़ा ने भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर किया। उन्होंने कहा कि  भगवान विश्वकर्मा देवताओं की शिल्पकार थे इसलिए कारीगर भगवान मानते हैं।

कार्यक्रम के दौरान हरियाणवी कलाकार सुरेंद्र गिगनाऊ लोकेश शर्मा, अशोक मिरीची और बलिंदर गहलोत ने भजनों द्वारा भगवान विश्वकर्मा के जीवन पर प्रकाश डाला। सबसे पहले गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद
कर विश्वकर्मा ने याद पता नहीं कह दे दे..., अब कोई ना सहारा बिन तेरे तथा अन्य भजनों पर श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया।  इन भजनों से पंडाले में बैठे भक्तझूूम उठे। 


इसके बाद भंडारा लगाकर श्रद्धालुओं को प्रसाद ग्रहण करवाया। इस अवसर पर सभी अतिथियों, कलाकारों को स स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर दिनेश सिद्धू, लीलू राम, राजेंद्र जांगड़ा,  प्रभु दयाल, साहब राम, दिनेश जांगड़ा, रामस्वरूप, मास्टर रतीराम दडबा, चानन राम, प्रह्लाद सिंह, वेद, बीरबल मिस्त्री , सीताराम, पालाराम, हनुमान , जगमाल, राजेंद्र जागड़ा, रायसिंह मौजूद रहे।