पोषक तत्वों को संरक्षण करके बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन लम्बे समय तक प्रयोग कर सकते है
Mahendra india news, new delhi
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, Sirsa के खाद्य विज्ञान एवं तकनीकी विभाग में ऑनलाइन विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। विभाग की अध्यक्ष डॉ संजू बाला ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर विजय कुमार के दिशा निर्देशन में इस वर्ष के विश्व खाद्य दिवस के थीम "हैंड इन हैंड फॉर बेटर फूड्स एंड ए बेटर फ्यूचर" पर यह व्याख्यान आयोजित किया गया।
उन्होंने बताया कि सक्रिय पैकेजिंग पर अनुसंधान प्रवृत्ति: भोजन के संरक्षण के लिए एक सतत समाधान विषय पर आयोजित इस व्याख्यान में तुर्की के टार्सस विश्वविद्यालय से प्रोफेसर गुल्डेन गॉक्सेन ने मुख्य वक्ता के रुप में खाद्य तकनीकी के साथ साथ अन्य क्षेत्रो में पैकेजिंग विषय की अपार सम्भावनाओं के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने मुख्य वक्ता का स्वागत किया और विद्यार्थियों को प्रो गुल्डेन गॉक्सेन के जीवन की अहम उपलब्धियों से परिचित करवाया।
प्रोफेसर गुल्डेन गॉक्सेन ने विद्यार्थियों को एक्टिव पैकेजिंग तकनीकी के प्रयोग से खाद्य प्रसंस्करण और सरक्षण संभावित सुधारों के बारे में विस्तार से परिचित करवाया। खाद्य तकनीकी में एक्टिव पैकेजिंग के प्रयोग से पोषक तत्वों को संरक्षण करके बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन लम्बे समय तक प्रयोग कर सकते है। नैनो तकनीकी का प्रयोग करके खाद्य पदार्थो की पैकेजिंग गुणवता में भी वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने बताया कि एक्टिव पैकेजिंग भोजन के भंडारण मानको के अनुसार स्वयं का ढाल कर भोजन कि गुणवत्ता बढ़ाने मे सहायक है।
मुख्य वक्ता का धन्यवाद डॉ मंजू नेहरा ने किया। इस अवसर पर शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रोफेसर सुरेश कुमार गहलावत, पर्यावरण एवं ऊर्जा विज्ञान विभाग और बॉटनी विभाग के अध्यक्ष प्रो मोहम्मद काशिफ किदवई, जनसम्पर्क निदेशक डॉ अमित, डॉ. ज्योति, डॉ पवन रोज, डॉ. आलोक, डॉ. विकास, डॉ बृजलाल और लाइफ साइंस के अन्य सभी फैकल्टी सदस्य उपस्थित रहे। इसके अलावा विभिन्न विभागों के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र, शोधार्थी और संकाय सदस्य ऑनलाइन व्याख्यान में शामिल हुए।