सीडीएलयू ने हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए, छात्रों के सर्वांगीण विकास और मूल्य आधारित शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा

 
Mahendra india news, new delhi
 चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू), सिरसा ने हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट (एचईटी), विजयवाड़ा के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के बीच समग्र शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक संतुलन और मूल्य आधारित शिक्षण को बढ़ावा देना है।
यह एमओयू विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अशोक शर्मा और हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट के जोनल कोऑर्डिनेटर पवन शारदा द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कुमार भी उपस्थित रहे। प्रो. विजय कुमार ने कहा कि यह सहयोग छात्रों को आवश्यक जीवन मूल्यों को आत्मसात करने, आंतरिक विकास को मजबूत बनाने और उन्हें जिम्मेदार नागरिक तथा भविष्य के नेता के रूप में तैयार करने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहलें छात्रों के संतुलित जीवन, मानसिक स्पष्टता और सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

इस समझौते के तहत, हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट छात्रों और शिक्षकों के लिए मेडिटेशन, रिलैक्सेशन, नेतृत्व विकास, जीवन कौशल और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएं और अनुभवात्मक शिक्षण सत्र आयोजित करेगा। विश्वविद्यालय पुस्तकालय में एक हार्टफुलनेस कॉर्नर और एक विशेष ध्यान कक्ष स्थापित करेगा, जबकि एचईटी द्वारा प्रमाणित प्रशिक्षक, अध्ययन सामग्री और शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। एमओयू के तहत एचईएलएम (हार्टफुलनेस एनेबल्ड लीडरशिप मास्टरी) पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा, जिसके अंतर्गत 16 सप्ताह का जीवन कौशल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए "वेलनेस एट वर्क" विषय पर विशेष कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी, जिससे परिसर में सकारात्मक और तनाव-मुक्त वातावरण विकसित हो सके।
समझौते के अनुसार, हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा प्रदान की जाने वाली मेडिटेशन और वेलनेस सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध होंगी, जबकि सीडीएलयू आवश्यक लॉजिस्टिक सहयोग और आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराएगा। यह समझौता तीन वर्षों तक प्रभावी रहेगा, जिसके दौरान दोनों संस्थान मिलकर सेमिनार, कार्यशालाएं और नेतृत्व विकास कार्यक्रम आयोजित करेंगे, ताकि मूल्य आधारित शिक्षा को शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ जोड़ा जा सके। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ सुरेंद्र मल्होत्रा, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर राजकुमार, जनसम्पर्क निदेशक डॉ अमित सांगवान, प्रोफेसर श्याम लाल फुटेला, डॉ रविंदर ढिल्लों, पूजा ढिल्लों, अशोक सिंगला, सुनीता मक्कड़ आदि उपस्थित थे।