Dairy Loan Subsidy Scheme : डेयरी खोलने पर मिल रही है 90% तक सब्सिडी, जल्दी ऐसे उठाए लाभ
आज के समय में किसान खेती के साथ अन्य धंधे भी करने लगे हैं। जिससे आमदनी बढ़ सके। मगर खेती के साथ साथ पशुपालन भी किसानों की आजीविका का मुख्य साधन है। इसी के चलते ही अधिकतर किसान पशुपालन का कार्य करते हैं। पशुपालन के लिए सरकार भी आर्थिक तौर पर मदद करती है।
इसी कड़ी में आपको बता दें कि नाबार्ड यानी नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट इसके लिए एक बड़ी स्कीम चला रहा है. पशु खरीदने और डेयरी यूनिट शुरू करने के लिए 5 लाख रुपये का ऋण दिया गया। लेकिन अब नई स्कीम के तहत यह राशि बढ़ाकर अब 12 लाख रुपये कर दी गई है. आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर यह प्लान क्या है।
डेयरी फार्मिंग स्कीम का आवेदन करने के लिए
आपको बता दें कि नाबार्ड ऋण योजना के तहत डेयरी इकाइयां स्थापित करने के लिए सब्सिडी 25 फीसद से बढ़ाकर 50 फीसद कर दी गई है। जिससे अधिक से अधिक व्यक्ति पशुपालन में भाग लेंगे। अब पशुपालन के लिए 12 लाख रुपये का ऋण मिलेगा. जिसमें 50 प्रतिशत सब्सिडी भी मिलेगी. पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया जाएगा. ताकि डेयरी उद्योग को गति मिल सके।
इसी के साथ ही पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में कार्य करने वाले किसानों को भी स्वरोजगार भी मिलेगा. छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कामधेनु विश्वविद्यालय, अंजोरा में आयोजित दूसरे दीक्षांत समारोह में यह घोषणा कीञ
पशुपालन लोन योजना क्या है
आपको बता दें कि नाबार्ड पशुपालन ऋण योजना के तहत आवेदक की आवश्यकता के मुताबिक ऋण राशि निर्धारित की जाती है। पशुओं की खरीद के लिए ऋण की रकम 50 हजार से 12 लाख रुपये तक होती है. डेयरी व्यवसाय के लिए ऋण राशि 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक हो सकती है। विशेषज्ञों ने बताया कि नाबार्ड पशुपालन ऋण योजना दो रूपों में उपलब्ध है।
ब्याज की लागत क्या है?
नाबार्ड पशुपालन ऋण योजना के तहत ऋण की ब्याज दर 6.5 फीसद से 9 फीसद प्रति वर्ष है। लोन चुकौती की अवधि 10 साल तक है।
इसी के साथ ही आपको बता दें कि नाबार्ड पशुपालन ऋण योजना के तहत एससी/एसटी आवेदकों को 33.33 फीसदी तक की सब्सिडी दी जाती है. अन्य आवेदकों को 25 फीसद तक सब्सिडी दी जाती है।
ये हैं पशुपालन ऋण योजना के लिए दस्तावेज़?
पहचान प्रमाण
आवेदक का पता प्रमाण पत्र
आवेदक का आय प्रमाण पत्र
पशुधन व्यवसाय योजना
आवेदन पत्र नाबार्ड की वेबसाइट या किसी भी नाबार्ड प्रायोजित बैंक से प्राप्त किया जा सकता है।
आवेदन संबंधित बैंक में जमा किया जाना चाहिए।
योजना का उद्देश्य क्या है?
नाबार्ड पशुपालन ऋण योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार पैदा करना, डेयरी उद्योग को बढ़ावा देना
और किसानों की आय में वृद्धि करना है। इसके तहत किसानों को कम ब्याज दरों पर पैसा मिलता है.
ऋण चुकौती की अवधि 10 वर्ष है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र का निवासी होना आवश्यक है।
साथ ही डेयरी व्यवसाय शुरू करने के लिए जमीन भी होनी चाहिए।
डेयरी फार्मिंग ऋण योजना 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन करें।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं जो जल्द ही उपलब्ध होगी।
अब डेयरी फार्मिंग लोन योजना 2024 के नवीनतम अपडेट को देखें।
इसके बाद अप्लाई ऑनलाइन विकल्प पर क्लिक करें।
अब एक आवेदन पत्र खुलेगा जिसमें आवश्यक विवरण दर्ज करें।
दस्तावेज़ स्कैन करें और उन्हें अपलोड करें।
अंत में सबमिट बटन पर क्लिक करें।
इस प्रकार आप आसानी से डेयरी फार्मिंग लोन योजना 2024 के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी ले जाना न भूलें।