G20: दिल्ली में 12 सितंबर तक धारा 144 लागू, जी 20 समिट 2023 के लिए दिल्ली में तैयारियां पूरी
दिल्ली में अगले 15 दिनों के लिए 5 से ज्यादा लोग बिना परमीशन एक जगह नहीं हो सकेंगे
mahendra india news, new delhi
देश की राजधानी दिल्ली में जी- 20 समिट का कार्यक्रम होने जा रहा है। इस कार्यक्रम को देखते हुए दिल्ली शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस धारा लगाने बाद अब दिल्ली में अगले 15 दिनों के लिए 5 से ज्यादा लोग बिना परमीशन एक जगह नहीं हो सकेंगे। शहर में 8 सितंबर से 10 सितंबर तक यह कार्यक्रम हो जा रहा है। इस जी 20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान सहित 20 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग लेंगे।
जी 20 शिखर सम्मेलन में राजस्थान का अजवाइन का लच्छा पराठा और गट्टे की सब्जी....
देश में जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर जोर शोर से तैयारियां चल रही है। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के करीब 28 होटलों में ठहरने वाले करीब 26 राष्ट्राध्यक्ष व 14 अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधिमंडल के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। ये भी बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन में दिल्ली आ रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल को होटलों की थाली पूरे इंडिया के विशेष व्यंजन का स्वाद मिलेगा। नाश्ता और खाने-पीने का पूरा विवरण तैयार कर लिया गया है। इसके साथ ही उन्हें आयुर्वेदिक मसाज देने की भी व्यवस्था की गई है। देसी-विदेशी व्यंजन व फल का चयन किया गया है।
मेहमानों के लिए इंडिया के विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध व्यंजन व स्ट्रीट फूड को उनकी थाली में परोसने की तैयारी कर ली है। इसमें शाकाहारी व मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन होंगे। इनमें राजस्थान का अजवाइन का लच्छा पराठा और गट्टे की सब्जी, बंगाल का घी-भात, लखनऊ की नल्ली निहारी, थाली में बिहार का लिट्टी चोखा और हरी मिर्च व लहसुन की चटनी, और कश्मीरी रोटी, मिजोरम का ग्रीन मोमो, सिक्किम की चिकेन करी, कश्मीर का केसर कोरमा और बटर नान, मुंबई का बड़ा पाव और मसाला भेलपुरी,नागालैंड की परंपरागत चिकेन समेत देश के अन्य प्रदेशों के प्रसिद्ध व्यंजन होंगे।
आपको ये भी बता दें कि अलग अलग देशों के प्रतिनिधिमंडल के विशेष व्यंजन को भी तैयार किया जा रहा है। फलों के मामले में होटलवालों का जोर सीजनल फलों पर ज्यादा है।
ये भी होगा, आयुर्वेदिक मसाज का भी प्रबंध
इंडिया में आयुर्वेदिक मसाज के लिए पर्यटक विभिन्न देशों से आते हैं। इनमें सबसे अधिक पर्यटक केरल जाते हैं, लेकिन दो दिवसीय शिखर सम्मेलन की व्यवस्तताओं के देखते हुए कई होटल प्रबंधन ने आयुर्वेदिक मसाज का प्रबंध किया है। मेहमानों का होटल में स्वागत में भारतीय परंपरा के तहत ही होगी। होटल में ठहरने के दौरान उन्हें अच्छा अहसास कराने के लिए कई होटल प्रबंधक शास्त्रीय संगीत, सितार, तबला वादकों को आमंत्रित कर रहे हैं, जो मेहमानों के स्वागत में चार चांद लगा देंगे।