हरियाणा में अगले तीन माह में रिटायर्ड हो रहे अध्यापकों को सरकार ने दी राहत

छात्रों के भविष्य को लेकर लिया ये निर्णय 
 

mahendra india news, new delhi

हरियाणा प्रदेश के राजकीय स्कूलों में 31 मार्च तक कोई अध्यापक रिटायर नहीं होगा। अगले तीन माह में सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षकों को सरकार ने राहत देते हुए मौजूदा शिक्षा सत्र के अंतिम दिन तक कक्षाओं में पढ़ाने के आदेश दिए हैं। सरकार ने परीक्षा के समय में विद्यार्थियों को पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए शिक्षा विभाग ने मार्च तक रिटायर्ड होने वाले शिक्षकों को फिर से नियोजित करने के निर्देश दिए हैं।


आपको बता दें कि एजुकेशन विभाग ने परीक्षा के वक्त विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए शिक्षा विभाग ने मार्च तक सभी शिक्षकों को अगले तीन माह तक रोक लगा दी है। जिसको लेकर 31 march तक कोई अध्यापक रिटायर नहीं होगा। इसी के साथ साथ ही अनुबंध पर भर्ती हुए शिक्षकों की शीतकालीन ट्रेनिंग होगी। इसके साथ ही 20 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों का डाटा सत्यापित होगा।

वहीं, हरियाणा कौशल रोजगार निगम Haryana Skill Employment Corporation के माध्यम से भर्ती हुए TGT शिक्षकों की विशेष ट्रेनिंग कराई जाएगी। अंबाला स्थित डाइट मोहड़ा में 12 JANUARY तक ट्रेनिंग चलेगी। ट्रेनिंग में सामाजिक अध्ययन, संस्कृत और कला शिक्षा सहायकों को शामिल किया जाएगा है। निर्धारित शेड्यूल के अनुसार, सभी अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य रहेगी।

कला शिक्षा सहायक के लिए अंबाला व पंचकूला, संस्कृत के लिए Ambala, Panchkula, Kaithal, Kurukshetra और यमुनानगर, साइंस के लिए अंबाला, पंचकूला व यमुनानगर और सामजिक अध्ययन के लिए अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर का चुनाव किया गया है। 


आपको बता दें कि ग्राम पंचायत और स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से दिए गए शपथ-पत्र के आधार पर एजुकेशन विभाग की ओर से 20 से कम विद्यार्थियों वाले प्राथमिक स्कूलों को मर्ज करने के बाद D-मर्ज किया गया था। मगर D-मर्ज किए गए स्कूलों में छात्रों की संख्या पूरी नहीं है। यह मामला 22 नवंबर को सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में उजागार हुआ। 

मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को 20 या 20 से कम छात्रों की संख्या वाले प्रााथमिक स्कूलों का डाटा सत्यापित करने के निर्देश दिए हैं। इसी सप्ताह जिला मुख्यालय की ओर से 20 विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों का डाटा, मर्ज किए गए स्कूल से दूरी का पूरा डाटा संकलित करके भेजना होगा।