Haryana: सिरसा के राजकीय महिला कालेज व रतिया के  ख़ालसा त्रिशताब्दी राजकीय महाविद्यालय के बीच सांझा कार्यक्रम पर हुई सहमति 

संस्थानों के संसाधनों को एक-दूसरे को उपलब्ध करवाए जाने के उद्देश्य से किया गया यह फैसला 
 

mahendra india news, new delhi
 हरियाणा में सिरसा व रतिया के कालेजों में सांझा कार्यक्रम पर सहमति हुई है।  कालेज विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों के हितार्थ अपने-अपने संस्थानों के संसाधनों को एक-दूसरे को उपलब्ध करवाए जाने के उद्देश्य को लेकर राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा एवं ख़ालसा त्रिशताब्दी राजकीय महाविद्यालय, रतिया के बीच सहमति ज्ञापन तैयार किया गया है। 


कालेज के जनसंपर्क अधिकारी डा. हरविंदर सिंह ने बताया कि इस सहमति ज्ञापन संबंधी विधिक पत्र पर राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा के प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा व ख़ालसा त्रिशताब्दी राजकीय महाविद्यालय, रतिया के प्राचार्य डा. रविंद्र पुरी ने हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम में राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा के प्लेसमेंट सेल प्रभारी डा. दलजीत सिंह ने सहमति ज्ञापन एमओयू के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए विद्यार्थियों, स्टाफ़ सदस्यों, संस्थानों व नैक मूल्यांकन एवं प्रत्ययन हेतु इसके महत्त्व से अवगत करवाया। 


प्रो. राम कुमार जांगड़ा व डा. रविंद्र पुरी ने इस सहमति ज्ञापन पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इससे दोनों महाविद्यालयों के बीच शैक्षणिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं शोध संबंधी गतिविधियों के आदान-प्रदान व सांझे आयोजनों से शैक्षणिक वातावरण में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। इस अवसर पर ख़ालसा त्रिशताब्दी राजकीय महाविद्यालय के पंजाबी विभागाध्यक्ष डा. बीरबल सिंह, डा. सर्वजीत सिंह व राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा के स्टाफ सचिव डा. हरविंदर सिंह व डा. दलजीत सिंह मौजूद रहे। 


सहमति विधिक पत्र पर हस्ताक्षर उपरान्त मनोविज्ञान विषय परिषद व पंजाबी विषय परिषद के तत्वावधान में प्रेरक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें ख़ालसा त्रिशताब्दी राजकीय महाविद्यालय, रतिया के प्राचार्य डा. रविंद्र पुरी ने मनोवैज्ञानिक पद्धति से जीवन को खुशहाल तरीके से जीने, समझने व शिक्षा ग्रहण करने उपरान्त अपने करियर का चुनाव करने संबंधी उत्साहवर्धक, ज्ञानवर्धक, लाभप्रद, जीवनोपयोगी एवं रोचक व्याख्यान की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर डा. बीरबल सिंह, डा. सर्वजीत सिंह, डा. हरविंदर सिंह व डा. दलजीत सिंह ने भी उपस्थितजन से अपने विचार सांझा किए।