सभी प्रमुख मांगे मानकर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बढ़ाया विधायक गोपाल कांडा का कद

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गोपाल कांडा ने ही सबसे पहले रखी थी संत सरसांईनाथ के नाम पर मेडिकल कालेज का नाम
 

mahendra india news, new delhi

सिरसा के विधायक, पूर्व गृहराज्यमंत्री, हलोपा सुप्रीमो Gopal Kanda ने चुनाव के समय जो भी जनता से वायदा कि या था उसे पूरा करके निभाया भी।  उन्होंने मुख्यमंत्री से सिरसा के लिए जो भी मांगा वह मिला और उन्हें यह आश्वासन भी दिया था कि उनके क्षेत्र में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। गोपाल कांडा ने सबसे पहले  संत सरसांईनाथ के नाम पर मेडिकल कालेज का नाम रखने की मांग की थी, ऑटो मार्केट सिरसा के समुचित विकास की मांग भी CM के समक्ष रखी थी। इतना ही नहीं  थेहड़ विस्थापितों को सौ सौ वर्ग के प्लाट देने की मांग गोपाल कांडा ने विधानसभा में भी रखी थी। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने रविवार को एक ही झटके में विधायक की सारी मांगों को पूरा करते हुए विधायक का कद भी बढ़ाया।


चुनाव के समय विधायक Gopal Kanda ने सिरसा की जनता से एक वायदा किया था कि सिरसा में मेडिकल कालेज खुलवाकर रहेंगे जिसके लिए वे हर समय प्रयासरत रहे। आखिरकार नवंबर 2021 को कुरूक्षेत्र में आयोजित गीता महोत्सव के दौरान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने सिरसा मेडिकल कालेज का शिलान्यास किया। विधायक ने सीएम को पत्र लिखकर मांग की थी कि सिरसा मेडिकल कालेज का नाम सिरसा के संस्थापक संत सरसांई नाथ के नाम पर रखा जाए। उन्होंने सिरसा ऑटो मार्केट को लेकर भी एक योजना सीएम के समक्ष रखी थी साथ ही उन्होंने थेहड़ विस्थापित को सौ सौ गज के प्लाट देने की मांग की थी और यह भी बताया कि कई ग्राम पंचायत जमीन देने को तैयार है। 


सिरसा अनाजमंडी की समस्याओं से भी विधायक Gopal Kanda ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया था।  इसके साथ हर नगर के सौंदर्यकरण आदि को लेकर एक कार्ययोजना भी सीएम के समक्ष रखी।  विधायक के भाई वरिष्ठ भाजपा नेता गोबिंद कांडा इन सब मांगों को लेक र पैरवी करते रहे और हर माह चंडीगढ़ जाकर मुख्यमंत्री और अधिकारियों को इस बारे में अवगत करवाते रहे।
रविवार को मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सिरसा का दौरा किया।  हवाई अड्डे पर स्वागत के समय भी विधायक गोपाल कांडा ने उन्हें मांगें याद दिलाई। इस समय सिरसा मेडिकल कालेज के लिए टेंडर हो चुका है और किसी भी समय इसका निर्माण कार्य शुरू हो सकता है पर बात इसके नामकरण को लेकर अटकी हुई थी।
Gopal Kanda शुरू से संत सरसांई नाथ के नाम पर मेडिकल कालेज के नामकरण की जमकर पैरवी कर रहे थे, आखिर कार मुख्यमंत्री ने घोषणा कर ही दी कि सिरसा मेडिकल कालेज का नाम संत सरसांईनाथ के नाम पर ही होगा। 

विधायक Gopal Kanda सिरसा में एक बड़ा नशामुक्ति केंद्र खोलना चाहते थे जिसका उन्होंने चुनाव में जनता से वायदा भी किया था। फूलकां गांव ने अपनी जमीन नशामुक्ति कें द्र को देने से इंकार कर दिया बावजूद इसके विधायक जगह की तलाश में लगे रहे। मुख्यमंत्री पे मंच से घोषणा की कि सिरसा रेडक्रास भवन की एक एकड़ भूमि 50 बैड का  नशा छोडऩे वालों के लिए पुनर्र्वास केंद्र ,खोला जाएगा। यानि सीएम ने विधायक की दूसरी मांग पर भी मोहर लगा दी।


नगर में सबसे बड़ी समस्या auto market के विकास को लेकर रही, वहां पर सडक़ टूटी थी सीवर लाइन नहीं, दुकान और प्लाटों की रजिस्टरी और ट्रांसफर बंद थे। इसके  देश के सबसे बड़े आटो मार्केट के रूप में देखा जाता है। सीएम ने मंच से कहा कि 1997-98 में आटो मार्केट सिरसा से ली गई 70 लाख रुपये की राशि ब्याज सहित लौटाई जाएगी, साथ ही उन्होंने ऑटो मार्केट में पेट्रोल पंप, सर्विस स्टेशन, रेस्टोरेंट की जमीन अलाट करने की घोषणा की साथ ही कहा कि सात करोड की लागत से 210 दुकानें बनवाकर उन्हें नीलामी के  माध्यम से अलाट किया जाएगा। साथ ही कहा कि नगर परिषद की 36 दुकानें भी आटो मार्केट को ट्रांसफर की जाएगी। दूसरी ओर ऑटो मार्के ट में विकास कायों के लिए पहले ही धनराशि जारी की जा चुकी है। 

उधर CM ने कहा कि अनाजमंडी में सडक़ निर्माण से लेकर अन्य विकास कार्य अब मार्केटिंग बोर्ड ही करवाएगा। इस दौर में मुख्यमंत्री ने उन सभी मांगों को पूरा किया जो विधायक गोपाल कांडा ने उनके समक्ष रखी थी। मुख्यमंत्री ने घोषणाओं के बाद कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने मांगों को पूरा कर विधायक गोपाल कांडा का कद बढ़ाया है और उनकी पीठ भी थपथपाई है।