बच्चों के भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, फल, दूध और पौष्टिक खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से शामिल करें

 

Mahendra india news, new delhi
सिरसा। संगम स्कूल भरोखां में बच्चों के सर्वांगीण विकास और स्वास्थ्य के उद्देश्य से एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता प्रसिद्ध स्पीच एंड बिहेवियर थैरेपिस्ट डा. चांदनी मित्रा तथा बाल स्वास्थ्य विशेषज्ञ डा. अंकित मित्रा ने भाग लिया। कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए डा. चांदनी मित्रा ने स्पीच थेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी और बिहेवियर थेरेपी के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आजकल छोटे बच्चों में बोलने में विलंबए व्यवहारगत कठिनाइयां और सीखने से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैंए परंतु इनका समुचित उपचार संभव है, बशर्ते इनका निदान प्रारंभिक अवस्था में कर लिया जाए। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों के व्यवहार और विकास के प्रति संवेदनशील रहें और किसी भी असामान्यता की स्थिति में तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लें। इसी क्रम में डा. अंकित मित्रा ने बच्चों के संतुलित आहार पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों में एनीमिया (रक्त की कमी) एक आम समस्या बनती जा रही है, जिसे संतुलित भोजन से दूर किया जा सकता है। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी कि वे बच्चों के भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, फल, दूध और पौष्टिक खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से शामिल करें,

ताकि बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहें। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के मुख्याध्यापक छगन सेठी ने की। उन्होंने दोनों चिकित्सकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसी कार्यशालाएं अभिभावकों के लिए अत्यंत उपयोगी होती हैं, क्योंकि इससे बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के प्रति जागरूकता बढ़ती है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंध समिति की सचिव सुनीता सेठी ने डा. चांदनी मित्रा को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण  तथा बड़ी संख्या में अभिभावक गण तथा परिवहन तंत्र के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।