JCD विद्यापीठ सिरसा: जननायक चौ. देवीलाल जी थे त्याग की मुर्ति, उनमें देशभक्ति व किसानों के प्रति प्रेम कूट-कूटकर भरा हुआ था: डॉ. जैसमीन चौटाला

 

Mahendra india news, new delhi

हरियाणा के सिरसा में JCD विद्यापीठ सिरसा में देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री जननायक चौ. देवीलाल जी का 111वीं जयन्ती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। सांध्यकालीन  सांस्कृतिक  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. जैसमीन चौटाला ने शिरकत की व अध्यक्षता जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश द्वारा की गई। 

सर्वप्रथम मुख्य अतिथि डॉ. जैसमीन चौटाला  एवं अन्य अतिथि गणों  ने चौधरी देवी लाल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और उसके पश्चात मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगण का हरा पौधा देकर स्वागत किया गया।  


मुख्य अतिथि डॉ. जैसमीन ने अपने संबोधन में कहा कि मेरा यह सौभाग्य है कि मुझे आज उस महान युग पुरुष ताऊ देवीलाल जी के जयन्ती समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल जी में देशभक्ति व किसानों के प्रति प्रेम कूट-कूटकर भरा हुआ था ।उन्होंने हमेशा वंचित और शोषित तबके के उत्थान के लिए काम किया और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं।  डॉक्टर जैसमीन ने कहा कि देवीलाल जी को त्याग की मूर्ति  कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में हमेशा दूसरों की भलाई को प्राथमिकता दी। सबसे बड़ा उदाहरण तब देखने को मिला जब वे खुद प्रधानमंत्री बनने के योग्य थे, लेकिन उन्होंने यह महत्वपूर्ण पद वी.पी. सिंह के लिए छोड़ दिया और स्वयं उप-प्रधानमंत्री का पद स्वीकार किया। यह उनकी विनम्रता, नि:स्वार्थता और राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक है।  

 

JCD विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ. जय प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा कि  चौधरी देवीलाल भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री और भारतीय राजनीति के भीष्म पितामह , किसानों के मसीहा, महान स्वतंत्रता सेनानी, हरियाणा के जन्मदाता और करोड़ों भारतीयों के जननायक थे। आज भी चौधरी देवीलाल से बुजुर्ग और युवा लोग प्रेरित होते हैं। उन्होंने आजीवन किसान, मुजारों, मजदूरों, गरीब और सर्वहारा वर्ग के लोगों के लिए लड़ाई लड़ी।  देवीलाल जी ने कई ऐसी योजनाओं को आरंभ किया कि जिससे हर समुदाय को लाभ मिले। बुढ़ापा सम्मान पेंशन उनका ऐतिहासिक फैसला था। ऐसे महापुरुष जननायक हमेशा हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे।


इस दौरान अनेक हरियाणवी, राजस्थानी, पंजाबी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें चौ. देवीलाल के जीवन पर आधारित एक कोरियोग्राफी एक्ट भी शामिल रहा। इस अवसर पर प्राचार्य गण डॉक्टर अरिंदम सरकार , डॉक्टर शिखा गोयल, डॉक्टर शिखा गोयल, डॉक्टर हरलीन कौर, डॉक्टर वरिंदर सिंह , कॉर्डिनेटर इंजीनियर आर एस  बराड़,संपदा अधिकारी अभिषेक च्योल, स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉक्टर अमरीक गिल , चीफ वार्डन एस एल सैनी के इलावा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।


कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा गैर शिक्षक स्टाफ व सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शिखा गोयल और डॉ. वीरेंद्र सिंह संयुक्त रूप से रहे। अंत में संयोजक डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी अतिथियों, स्टाफ सदस्यों व प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।