बबली जैन की आयंबिल तपस्या की अठाई पर मेहंदी रस्म, जैन संतों ने बताई तप की महिमा
कालांवाली नगर में S S जैन सभा मे गुरु जितेंदर कैलाश दरवार मे हरियाणा सिहनी, पंजाब वीरांगना महासाध्वी श्री सर्वज्ञ जी महाराज साहब तथा महासाध्वी नमिता जी महाराज के सानिध्य में बबली जैन की आयंबिल तपस्या की अठाई के उपलक्ष्य में मेहंदी रस्म का आयोजन श्रद्धा और भक्ति भाव से संपन्न हुआ।
इस अवसर पर साध्वी श्री ने तप के महत्व पर विस्तृत प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान चतुर्मास का समय आत्मकल्याण और साधना के लिए सर्वोत्तम है। जप और तप का विशेष महत्व है, क्योंकि यही साधना आत्मा को निर्मल बनाती है और मोक्षमार्ग की ओर अग्रसर करती है। उन्होंने आयंबिल तपस्या को आत्मशुद्धि का साधन बताते हुए कहा कि जो भी श्रावक श्रद्धा पूर्वक इस तपस्या का पालन करता है, वह अनेक पापों से मुक्त होकर पुण्य अर्जित करता है।
महामंत्री राकेश जैन और प्रधान संदीप जैन ने बबली जैन को तपस्या पूर्ण करने पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि जैन समाज की परंपराएं केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि अनुशासन, संयम और त्याग की जीवनशैली को प्रोत्साहित करती हैं। इस प्रकार के आयोजन समाज को नई ऊर्जा और सकारात्मक दिशा प्रदान करते हैं।
इस मौके पर जैन समाज के अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। जिनमें युवक मंडल के प्रधान भूषण जैन, सरक्षक पूर्ण जैन, नरेश गर्ग जैन, साई दास सेतिया, पवन जैन, संजीव जैन, लवली स्टूडियो के संचालक, मास्टर योगेश जैन, काका जैन, शम्मी जैन विशेष रूप से शामिल रहे। महिला मंडल की प्रधान निर्मला जैन के साथ-साथ बबीता जैन, अंजू जैन, तनुजा जैन, कंचन जैन, वंदना जैन और निधि जैन भी उपस्थित रही।
परिवार की ओर से मेहंदी रस्म पर प्रभावना दी गई और सभी श्रद्धालुओं का सम्मान किया गया। वातावरण भक्ति गीतों और साध्वी श्री के प्रवचनों से गूंज उठा। श्रद्धालुजनों ने साध्वी श्री के चरणों में वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और आयंबिल तपस्या के महत्व को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में उपस्थित समाजजनों ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन जहां एक ओर तप और साधना की परंपरा को आगे बढ़ाते हैं, वहीं दूसरी ओर नई पीढ़ी को भी अपने धर्म से जोड़ने का माध्यम बनते हैं।
जैन समाज के इस विशेष आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति रही और मेहंदी रस्म का दृश्य धार्मिक उल्लास और उत्साह से सराबोर नजर आया।
गौरतलव है कि मंडी के जैन स्थान्क मे महासाधवी श्री जी के सानिधाय मे जप तप के ठाठ लगे हुए है और तपस्या कि लड़ी चल रही है। यहां सभा के महामंत्री राकेश जैन का तपस्या का मासखमण हो गया है वही कई शारदालुओ के वर्तौ,आयंबिल,एकशना की अठाई तपस्याए पूर्ण हो चुकी है।