सरसों की खली धान की खेती में बढ़ाएगी उत्पादन और गुणवत्ता, किचन गार्डन के लिए भी फायदेमंद

  Mustard cake will increase production and quality in paddy cultivation, also beneficial for kitchen garden
 
 Mustard cake will increase production and quality in paddy cultivation, also beneficial for kitchen garden

mahendra india news, new delhi

सरसों की खली को पशु कम खाना पसंद करते हैं। इसलिए पशुपालक बिनौैला खल खिलाते हैं। सरसों की खली को किसान अब खेती में इस्तेमाल करने लगे हैं। आपको बता दें कि पर्वतीय और तराई क्षेत्रों में अब खेती के तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। 


यहां पर किसान परंपरागत रासायनिक खादों और यूरिया की जगह किसान जैविक विकल्पों को प्राथमिकता देने लगे हैं। सरसों की खली ने एक बेहतरीन जैविक खाद के रूप में अपनी पहचान बनाई है। बता दें कि धान की खेती करने वाले किसानों के बीच सरसों की खली का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है.
धान की फसल को देता है संपूर्ण पोषण


प्रगतिशील किसान राजेराम ने बताया कि सरसों की खली में प्राकृतिक रूप से नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटैशियम के साथ कई सूक्ष्म पोषक तत्व मौजूद होते हैं, यह तत्व न केवल धान के पौधे को मजबूत बनाते हैं, बल्कि उसकी जड़ों को गहराई तक पोषण देते हैं। खली के प्रयोग से धान की पत्तियां अधिक हरी, चमकदार और रोगमुक्त बनी रहती हैं.‌ यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में भी सहायक है. जिससे खेत की गुणवत्ता वर्षों तक बनी रहती है। 


रासायनिक खादों से हो रहा था नुकसान
किसानों ने बताया कि  पहले हम यूरिया और डीएपी जैसे रासायनिक खादों का उपयोग करते थे. इससे फसल तो तेजी से बढ़ती थी, लेकिन मिट्टी की ताकत हर वर्ष घट रही थी. वहीं जब से सरसों की खली का उपयोग शुरू किया है. फसल की गुणवत्ता भी बेहतर हुई है और उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। 


उपयोग में आसान और किफायती
आपको बता दें कि खेतों में सरसों की खली का प्रयोग बहुत ही सरल है। इसका खेत की जुताई के समय या रोपाई के तुरंत बाद इसे मिट्टी में अच्छी तरह मिला दिया जाता है, इसके बाद खेत में सिंचाई करने के बाद खली धीरे-धीरे घुलकर पौधों को पोषण देती रहती है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, और मिट्टी में जैविक क्रियाओं को भी प्रोत्साहन मिलता है। 

किचन गार्डन के लिए भी फायदेमंद
कृषि वैज्ञानिकों डा. सुनील ने बताया कि सरसों की खल खेती में लाभदायक है। इसी के साथ ही घरों में बनाए जाने वाले किचन गार्डन में भी सरसों की खली का उपयोग किया जा सकता है। इसका टमाटर, मिर्च, पालक जैसे पौधों के लिए यह एक उत्तम खाद मानी जाती है. छोटे गमलों में भी सप्ताह में एक बार थोड़ी मात्रा में खली मिलाने से पौधे तेजी से बढ़ते हैं और फल भी अधिक लगते हैं.