कारगिल विजय दिवस पर चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय में राष्ट्रभक्ति, सामाजिक चेतना और अनुशासन पर हुआ व्यापक संवाद

 
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सिरसा। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में  एक विशेष कार्यक्रम  का आयोजन टैगोर एक्सटेंशन लेक्चर थिएटर में किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यबोध, सामाजिक चेतना और अनुशासन की भावना को प्रोत्साहित करना था। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा तथा जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में  कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के एनसीसी विंग, युवा कल्याण निदेशालय, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर कार्यालय तथा एनईपी सेल के सामूहिक प्रयास से किया गया। इस अवसर पर जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर हरियाणा की एक डॉक्यूमेंट्री का मंचन भी किया गया।
 कार्यक्रम के दौरान कारगिल युद्ध में शहीद हुए सतपाल सिंह  की धर्मपत्नी सुमित्रा  एवं शहीद हुए कृष्ण कुमार   की धर्मपत्नी संतोष देवी     पारिवारिक सदस्यों को सम्मानित भी किया गया। शहीद  सतपाल सिंह गोरखपुर वासी थे तथा शहीद  कृष्ण कुमार  तरककावली गांव के रहने वाले थे। इस कार्यक्रम की शुरुआत पौधा रोपण के साथ हुई और राष्ट्रगान के साथ समाप्ति हुई।

चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलगुरु  प्रो. विजय कुमार ने इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक एक सशक्त माध्यम है, लेकिन इसका विवेकपूर्ण प्रयोग ही इसे सार्थक बनाता है। उन्होंने कहा टेक्नोलॉजी कायदा है, लेकिन यह तभी उपयोगी है जब इसका उपयोग लक्ष्य की प्राप्ति में हो, न कि व्यर्थ के आकर्षणों में उलझने के लिए।
प्रो. कुमार ने शेक्षणिक संस्थानों  में बढ़ती नॉन-अटेंडिंग कल्चर  और नशे की प्रवृत्ति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि छात्रों को  आत्म-विकास का रास्ता अपना कर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। कुलगुरु  ने सभी छात्रों एवं शिक्षकों से नशा विरोधी अभियान में सहभागी बनने की अपील की और रक्षाबंधन के अवसर पर यह संकल्प लेने को कहा कि वे स्वयं भी नशे से दूर रहेंगे और दूसरों को भी जागरूक करेंगे।

कार्यक्रम में  मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए तीन हरियाणा गर्ल्स एनसीसी बटालियन, हिसार के कर्नल ज्ञान पांडे ने एनसीसी कैडेट्स को राष्ट्रीय सुरक्षा, कर्तव्य और देशभक्ति पर आधारित एक प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कर्तव्य में ईमानदारी ही सच्ची देशभक्ति है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की नीति कभी भी भारत के पक्ष में नहीं रही है और कारगिल युद्ध, कश्मीर संघर्ष , ऑपरेशन सिंदूर  जैसे सैन्य अभियानों ने भारत की रणनीतिक और सैन्य मजबूती को सिद्ध किया है। उन्होंने विद्यार्थियों को आर्म्ड फोर्सज ज्वाइन करने के लिए मोटिवेट किया।  कुलसचिव प्रोफेसर अशोक शर्मा ,एनईपी अधिकारी प्रो. सुरेंद्र सिंह, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. राजकुमार,डायरेक्टर युथ वेलफेयर प्रोफेसर सेवा सिंह ,एनसीसी केयरटेकर प्रो. रचना, एवं एनएसएस समन्वयक डॉ. रोहतास, मेजर अकांक्षा  पांडेय ,हवलदार गुंजन सिंह  भी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे।