गुलाबी सुंडी से बर्बाद हुई नरमे की फसल का बीमा क्लेम देने की बजाए एक साल बाद बीमा प्रीमियम वापस करना किसानों के साथ अन्याय: लखविंदर सिंह औलख

 
mahendra india news, new delhi
हरियाणा में सिरसा स्थित जाट धर्मशाला सिरसा में बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख की अध्यक्षता में किसानों की मंगलवार को बैठक हुई। BKE प्रदेशाध्यक्ष औलख ने कहा कि हर वर्ष की तरह 31 जुलाई 2023 को खरीफ  का बीमा प्रीमियम बैंकों ने किसानों के खातों से काट लिया था। खरीफ -2023 में नरमे की फसल को गुलाबी सुंडी ने बर्बाद कर दिया था। यह सब एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी, बैंकों व कृषि विभाग ने देखा कि इस साल भी किसान की फसल बिल्कुल तबाह हो गई है। इनको बीमा क्लेम देना पड़ेगा, जिस पर एक साजिश के तहत पोर्टल-पोर्टल का खेल खेलते हुए किसानों को बीमा क्लेम देने की बजाय उनका भरा हुआ बीमा प्रीमियम वापस कर रहे हैं। 


SIRSA जिले के लगभग सभी गांवों में नरमे में गुलाबी सुंडी का कहर था, लेकिन विभाग ने खराब कटिंग के माध्यम से सिर्फ  93 गांवों का नुकसान बताया, जिसमें से भी 7 गांवों का खराबा 32 से लेकर 674 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से दर्शाया गया है। घुक्कांवाली, राजपुरा, नहराना 3 गांवों का बीमा क्लेम अभी लटका हुआ है। औलख ने कहा कि हजारों किसानों का बीमा प्रीमियम वापस किया जा रहा है जिसमें अकेले एसबीआईके 16405 किसान हैं, जिसको लेकर आज प्रदर्शन रखा गया है। एसबीआई बैंक की जिले की मुख्य शाखा का घेराव किया गया है। औलख खरीफ -2020 के बकाया मुआवजे के बारे में बताया कि लगभग 65 करोड़ रूपया सरकार द्वारा जारी कर दिया गया है, जोकि ट्रेजरी में पड़ा है। अभी तक किसानों के खातों में नहीं डाला गया है। पहले भी एक बार तहसीलों को जारी करके वापस ले लिया गया था। अब दोबारा से वही खेल खेला जा रहा है। 


किसान नेता औलख ने कहा कि रबी सीजन की बिजाई का समय आ रहा है, आलू, सरसों, गेहूं इत्यादि की बजाई के लिए पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद की उपलब्धता कराई जाए, प्राइवेट, सहकारी व सरकारी आधारों पर खाद के साथ किसी तरह की टैगिंग न की जाए, लागत के अनुसार यूरिया खाद का प्रबंध भी समय पर किया जाए। पिछले कुछ दिनों से नकली, तारीख बदलकर सरकार द्वारा बैन किए हुए उत्पाद व नि न क्वालिटी की सी पेस्टिसाइड में फर्टिलाइजर के खिलाफ  मुहिम चला रखी है, जिसके तहत विभाग से कार्रवाई करवाते हुए गुप्ता फर्टिलाइजर का पेस्टिसाइड का लाइसेंस, भगवती फर्टिलाइजर का फर्टिलाइजर का लाइसेंस, ग्रीन इंडिया बायोटेक (राफेल-फाईटर बेचने वाली) MOU गोयल ट्रेडिंग कंपनी 24 जनता भवन, अरुण फर्टिलाइजर-32 नई अनाज मंडी सहित 5 दुकानों के लाइसेंस रद्द हुए हैं। रामकुमार-पवन कुमार से लिया गया 33 प्रतिशत जिंक का सैंपल जीरो आया है, जिस पर विभागीय कार्रवाई जारी है। धनराज मेहुल कुमार का दोबारा से सैंपल करवाया गया है। कांग्रेटस एग्रोपैक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जिसने एक्सपायरी माल बिल किया था, उस पर कार्रवाई चल रही है। रामपुरा फूल की फर्म अमरनाथ प्यारेलाल जिसने सब्जी के बीज का रैपर बदलकर बेचा था, उस पर विभागीय कार्रवाई चल रही है। 

किसान ने औलख ने किसानों से कहा कि आप भी सतर्क रहें, कोई भी खरीदारी करते समय बिल अवश्य लें। HARYANA में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, जिसको लेकर हमारी जि मेदारी बनती है कि गांवों व अपने समाज का भाईचारा बनाकर रखें हमें किसी पार्टी को हराने या जिताने की राजनीति नहीं करनी है। पिछले 10 सालों में BJP द्वारा किसानों पर किए अत्याचारों को भी ध्यान में रखना है। हमारा संघर्ष किसी व्यक्ति या पार्टी के खिलाफ  न होकर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ  है। इस मौके पर प्रकाश ममेरां, अंग्रेज सिंह कोटली, सुनील नैन, गुरलाल सिंह, गुरप्रीत सिंह रोड़ी, महावीर गोदारा, नाजर सिंह, अमरीक सिंह सहित कई गांवों के किसान मौजूद रहे।