सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत को एकता के सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का स्वरूप दिया: यतींद्र सिंह एडवोकेट

 

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सिरसा। भाजपा जिलाध्यक्ष यतींद्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जा रही है। सिरसा में भी सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे। यह क्षण हम सभी के लिए एक बहुत बड़ा अवसर है, उस पुरुषार्थ को नमन करने का, जिन्होंने 562 रियासतों के बिखरे हुए भारत को एकता के सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का स्वरूप दिया। वे बुधवार को सिरसा स्थित सरसाई कमल कार्यालय भाजपा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि सरदार पटेल जी को लौह पुरुष कहा जाता है, लेकिन उनके व्यक्तित्व की असली शक्ति केवल लौह जैसी दृढ़ इच्छाशक्ति नहीं थी, बल्कि उनका अडिग विश्वास था। भारत एक है, भारत अखंड है और भारत सदा-सर्वदा अखंड रहेगा। यह वही विश्वास है, जिसे आज विकसित भारत 2047 के संकल्प के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। इस अभियान की शुरुआत 6 अक्टूबर के दिन केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डा. मनसुख मांडविया के हाथों द्वारा देशभर में डिजिटल फेज के माध्यम से की जा चुकी है। 6 अक्टूबर से युवा सोशल मीडिया रील प्रतियोगिता में हिस्सा लेना शुरू कर चुके हैं, निबंध लिख रहे हैं

और यंग लीडर्स प्रोग्राम जैसी प्रतियोगिता से भारी संख्या में जुड़ रहे हैं। यह केवल प्रतियोगिताएं नहीं है, बल्कि यह सरदार पटेल जी के विचारों को हर दिल तक पहुंचाने का एक साधन बन रहा है। इस अभियान के तहत सभी पंजीकरणए प्रतियोगिताएं और डिजिटल गतिविधियां हमारे क्षेत्र के साथ-साथ देशभर में माई भारत पोर्टल के माध्यम से होंगे, जो युवाओं को सक्रिय भागीदारी के लिए एक ही मंच उपलब्ध कराएगा।  


एडवोकेट सिंह ने कहा कि जब देश का युवा अगले 2 महीनों तक मोबाइल स्क्रीन से लेकर मंच तक, हर जगह सरदार पटेल की एकता की बात करेगा, तब यह राष्ट्र एक नई ऊर्जा से भर उठेगा। अगले 2 महीनों तक जब हर जन, हर मन सिर्फ  और सिर्फ  सरदार पटेल और उनके विचारों की बात करेगा, तब युवाओं के भीतर उनके जैसा बनने की ललक उठेगी, वास्तव में उन्हें यह एक बड़ी श्रद्धांजलि होगी। इस अभियान का दूसरा चरण हमारे लिए महत्वपूर्ण होगा, जहां 31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक हमारे क्षेत्र में जिला स्तर पर पदयात्राएं होने वाली हैं। अपनी पदयात्राओं में हम योग और स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे, व्याख्यान होंगे, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं होंगी, नशा मुक्त भारत का संकल्प लिया जाएगा। यह महज एक आयोजन नहीं, जन-जागरण का महायज्ञ होगा और जैसे सरदार पटेल ने रियासतों को जोडक़र एक भारत का निर्माण किया थाए वैसे ही ये पदयात्रा हमारे क्षेत्र के लोगों के दिलों को जोडऩे का काम करेंगी।

उन्होंने कहा कि हम अपने क्षेत्र में जब पदयात्रा कर रहे होंगे तो आप देखेंगे कि हम एक लघु भारत का रूप वहां सडक़ों पर दिखा रहे होंगे।
विकसित भारत बनाने की दिशा में मोदी सरकार की जो जनकल्याणकारी योजनाएं हैं, उनकी प्रदर्शनी, स्वच्छता अभियान पदयात्रा के रूट पर चलाएंगे और इस पूरे अभियान में माई भारतए एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस के स्वयंसेवक हमारा सहयोग करेंगे। स्कूल, कॉलेजों के युवा सरदार पटेल जी के सपनों और संकल्पों का भारत बनाने के लिए हर जिले में एक दिवसीय पदयात्रा में 8 से 10 किलोमीटर तक की दूरी तय करेंगे। उन्होंने बताया कि सभी स्कूल्स और कॉलेज अपने-अपने नामों के बैनर के साथ पदयात्रा में जुड़ेंगे। समाज का हर आयु वर्ग, हर तबका इससे जुड़ेगा, हम इसका पूरा प्रयास करेंगे और पहली बार एक समाज के तौर पर, एक लघु भारत के तौर पर हमारे क्षेत्र को देखेंगे।

रिटायर्ड प्रशासनिक और सेना के अफसर, बड़े खिलाड़ी, सम्मानित एवं लोकप्रिय लोग भी इस पदयात्रा से जुड़ेंगे। पदयात्रा से पूर्व हमारे क्षेत्र के सभी स्कूल, कॉलेजों में प्री इवेंट ऐक्टिविटी भी आयोजित की जाएगी, जहां कई तरह की प्रतियोगिताएं होंगी। जिन्होंने सरदार पटेल जी के जीवन पर अपना शोध किया हैए या बड़े विद्वान लोग हैं, उन्हें स्कूल, कॉलेजों में आमंत्रित किया जाएगा, ताकि सरदार पटेल जी के जीवन से जुड़े सभी प्रेरक बातें युवाओं के बीच पहुंचाई जा सके। पहली बार सरदार पटेल जी के जीवन पर हमारे क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक देखेंगे। यह आयोजन हमारे क्षेत्र के उन स्थानों पर होगा, जहां युवाओं की अक्सर भीड़ देखी जाती है। उन स्थानों को हम चिन्हित कर रहे हैं, यह मॉल, पार्क, फूड कॉर्नर जैसे स्थान हो सकते हैं। जिला अध्यक्ष ने कहा कि भले ही दीवाली 20 अक्टूबर को खत्म हो गई होए लेकिन हमारे क्षेत्र में त्योहार वाली रौनक ये यूनिटी मार्च वापस लेकर आएगा। सडक़ों पर रंगोली होगी, हर मोड़ पर पदयात्रियों का स्वागत करने के लिए लोगों की भीड़ होगी। हर परिवार ये गर्व करेगा कि उसके घर के बेटा-बेटी उस पदयात्रा में शामिल हैं, जोकि देश को अखंड बनाने वाले सरदार पटेल जी को श्रद्धांजलि देने जैसा है। क्षेत्र में ऐसे युवा साथी, जिनके काम से हमें प्रेरणा मिलती हैए जिन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ किया है, जिन्हें हम यूथ आईकॉन मानते हैं, ऐसे युवा जो प्रधानमंत्री के 1 लाख यंग लीडर्स वाला सपना पूरा कर सकेए हम उन सभी युवाओं को इस पदयात्रा में अपने साथ जोड़ेंगे।


इस पदयात्रा के दौरान हमारे क्षेत्र के सभी स्वयंसेवक संगठन भी हमारे साथ जुड़ेंगे, सभी स्कूल्स और कॉलेजों के छात्रों से भी बेहतर समन्वय बनाते हुए हम उन्हें भी इसके साथ जोड़ेंगे। उनके बीच सोशल कार्यक्रम रखते हुए हम 3 दिनों तक चलने वाला एक कार्निवल रखेंगे, जिसकी झलक हम अपने 8 से 10 किलोमीटर तक की यात्रा के दौरान दिखाएंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान का सबसे बड़ा अध्याय शुरू होगा 26 नवंबर को संविधान दिवस के दिन। उस दिन हमारे क्षेत्र के हर जिलों से 2-5 पदयात्री सरदार पटेल की जन्मभूमि करमसद से लेकर एकता के प्रतीक स्टेच्यू ऑफ यूनिटी केवडिय़ा तक 152 किलोमीटर की ऐतिहासिक पदयात्रा, देशभर के अन्य पदयात्रियों के साथ करेंगे।

यह पूरी यात्रा हमें याद दिलाती है कि स्वतंत्रता का संघर्ष आत्मनिर्भरता के संकल्प से ही जीता गया था और आज जब मैं अपने क्षेत्र में सरदार पटेल के विचारों को, इस पदयात्रा के जरिए जीने की बात करता हूंए तब मैं वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी युवाओं के बीच लेकर जाऊंगा, जिसे सरदार पटेल जी ने दिखाया था और पीएम मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। हमें याद रखना होगा कि सरदार पटेल जी ने रियासतों को जोड़ा था, हमें सपनों को जोडऩा है। सरदार पटेल जी ने नक्शे पर भारत को एक किया था, हमें दिलों और आत्माओं में भारत को एक करना है। ये एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने हमारे कंधे पर दी है और अब हमें प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप में उसे पूरा करना होगा। यह हमारा कर्तव्य हैए यह हमारा धर्म है कि हम अखंड भारत के उस स्वप्न को आत्मनिर्भर और विकसित भारत के रूप में साकार करें। उन्होंने आग्रह किया कि क्षेत्र में होने वाले यूनिटी मार्च में आमजन बढ़ चढ़ कर भाग लें।