श्रीमद भगवत गीता ही है सर्व समस्याओं का उतकृष्टï समाधान - राजयोगिनी वीणा दीदी

 
mahendra india news, new delhi

सिरसा के हिसार रोड पर स्थित ब्रह्मïाकुमारीज आनंद सरोवर में जीवन का आधार - गीता का सारवख्  चार दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ कर्नाटक से पधारी गीता विदुषी राजयोगिनी वीणा दीदी, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  चौ. दैवीलाल विश्व विद्यालय के कुलगुरू डा. विजय कुमार जी, कुलसचिव श्री सुशील शर्मा जी, आनन्द सरोवर की निदेशिका राजयोगिनी बिन्दू दीदी तथा शहर की अन्य कई गणमान्य विभुतियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन करके किया गया।


कार्यक्रम की प्रमुख वक्ता विश्व प्रख्यात, बालब्रह्मïचारिणी, गीता विदुषी राजयोगिनी वीणा दीदी, सिरसी (कर्नाटक) ने गीता के गूढ़ रहस्यों को उजागर करते हुए कहा कि सर्वशामई शिरोमणि श्रीमदभगवत गीता जी भारत का वो गौरवमय शास्त्र है जिसमें श्रीकृष्ण अर्जुन के संवाद के माध्यम से परमात्मा नेे मानव जीवन की हर समस्या का स्पष्टï, सशक्त और सटीक समाधान दिया है, सिर्फ आवश्यकता है इस महान ग्रंथ को समझकर जीवनशैली का हिस्सा बनाने की। उन्होंने इस ग्रंथ में वर्णित सन्तुलित और सहज जीवन को भी स्पष्टï किया और कहा कि इस शरीर रूपी वस्त्र को धारण कर सृष्टिï पर कर्म करने वाली शक्ति आत्मा का बोध ही परमात्म शक्ति का अनुभव कराता है जिसके फलस्वरूप हम एक आदर्श और मूल्यनिष्ठï जीवन से समाज को भी सकारात्मक दिशा देने में सक्षम हो पाते हैंँ 


सभा में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए चौ दैवीलाल वि.वि. के कुलगुरू डा. विजय कुमार जी ने भी इस महान गं्रथ के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि गीता सम्पूर्ण मानव जाति के लिए वो परमात्म संदेश है जिसके माध्यम से सहज ईश्वरीय अनुभूति और सुखद जीवन का आनन्द प्राप्त किया जा सकता है।


 कुलसचिव श्री सुशील कुमार शर्मा जी ने अध्यात्म को विशाल अध्याय बताते हुए कहा कि अपनी कर्मेन्द्रियों को नियंत्रित कर एक केंन्द्र बिन्दूं पर ध्यान एकाग्र करना ही एकमात्र रास्ता है अपने व्यक्तिव को प्रभावशाली बनाने का, इसलिए इस अभ्यास की निरन्तरता से हमें अपने कर्म और विचारधारा को परमशक्ति के समीप लेकर जाना है।   


इस मौके राजयोगिनी  बिन्दु दीदी जी ने उपस्थित मेहमानों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह चार दिवसीय अनूठा कार्यक्रम आध्यात्मिक शक्ति सम्पन्न मार्गदर्शन साबित होगा जिससे निश्चित ही हमारे जीवन की उलझनें उजाले में परिवर्तित हो जाएंगी। उन्होंनें आगामी 5 नवम्बर तक चलने वाले इस शिविर में  बढ़ - चढ़ कर भाग लेने हेतु सभी जिलावासियों का तहे दिल से आहवान भी किया।