संत कबीर इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने जरूरतमंदों के साथ मनाई सच्ची दीवाली
आज संत कबीर इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने दीवाली का पर्व एक अनोखे और प्रेरणादायक तरीके से मनाया। बच्चों ने यह महसूस किया कि दीवाली की असली रोशनी तब फैलती है, जब हम किसी और के जीवन में खुशियों का दीप जलाते हैं।
विद्यालय के छात्रों ने कन्हैया लाल आश्रम, अंध विद्यालय, मंदबुद्धि एवं कुष्ठ आश्रम जाकर वहाँ के निवासियों के साथ मिठाइयाँ, फल और उपहार बाँटे। बच्चों ने उनके साथ समय बिताया और यह सिखा कि सच्ची दीवाली दूसरों को मुस्कुराने का कारण बनने में है।
इस पहल का उद्देश्य बच्चों में मानवता, सेवा भाव और नैतिक मूल्यों (moral values) का विकास करना था।
विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय ने विद्यार्थियों के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा –
> “जब बच्चे अच्छाई के मार्ग पर चलते हैं, तो उनका हर कदम समाज में एक नई रोशनी फैलाता है।”
उप-प्रधानाचार्य श्रीमती रिया फूटेला जी ने भी बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा –
> “अच्छी सोच ही अच्छे व्यवहार की जड़ है। जब बच्चों के दिल में संवेदनशीलता और करुणा का दीप जलता है,
तो वही समाज की सबसे सुंदर दीवाली होती है।”
विद्यालय परिवार ने यह संदेश दिया कि दीवाली केवल दीप जलाने का त्योहार नहीं, बल्कि अच्छाई, प्रेम और सेवा की भावना को जगाने का अवसर है।