अयोध्या में हर राम नवमी को सूर्य देव करेंगे रामलला का तिलक, मंदिर में होगी ऐसी गजब की टेक्नोलॉजी

दुनियाभर में प्रभु श्रीराम के भक्त बेसब्री से उस पल का इंतजार कर रहे हैं

 

mahendra india news, new delhi

कल यानी सोमवार 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है, विश्वभर में प्रभु श्रीराम के भक्त बेसब्री से उस पल का इंतजार कर रहे हैं, जब भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। 550 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है, अयोध्या का राम मंदिर बहुत भव्य तरीके से बन रहा है, यह मंदिर लगभग 1000 साल तक ऐसे ही मजबूती से खड़ा रहेगा। 


इसी बीच बड़ी खबर ये आ रही है कि राम मंदिर में ऐसी टेक्नोलॉजी लगाने की तैयारी है, इसके हत हर वर्ष राम नवमी पर सूर्य की किरणें रामलला का तिलक करेंगी, अयोध्या मंदिर में रामलला की अचल प्रतिमा के माथे पर सूर्य देव तिलक करेंगे। आपको सुनकर तो ये मुश्किल लग रहा होगा लेकिन विज्ञान की वजह से ये मुमकिन है। जानिए ये कैसे होगा। 


छह मिनट तक होगा रामलला का सूर्य तिलक
जानकारी के अनुसार हर वर्ष चैत्र माह की राम नवमी को दोपहर ठीक 12 बजे सूर्य की किरणें सीधे भगवान रामलला की अचल प्रतिमा के मस्तिष्क पर 6 मिनट के लिए पड़ेंगी। इसे साइंटिस्ट इसके लिए राम मंदिर में गजब की टेक्नोलॉजी लगाने वाले हैं, सूर्य तिलक मिरर और लेंस की  सहायता से संभव होगा। सूर्य की किरणें राम मंदिर के शिखर से प्रवेश करके मिरर और लेंस के माध्यम से गर्भगृह तक पहुंचेंगी और प्रभु श्रीराम का सूर्य तिलक करेंगी। 

ऐसे कैसे मुमकिन होगा प्रभु का सूर्य तिलक
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के चीफ साइंटिस्ट आर धर्मराजू ने बताया कि सूर्य तिलक के लिए मंदिर के तीसरे फ्लोर पर एक ऑप्टिकल लेंस लगाया जाएगा। इसके माध्यम से सूर्य की किरणें पाइप में लगे रिफ्लेक्टर की सहायता से गर्भगृह तक पहुंचेंगी। जहां भगवान श्रीराम की अचल प्रतिमा होगी. लेंस और रिफ्लेक्टर को ऐसा सटीक सेट किया जाएगा कि सूर्य की किरणें सीधे भगवान के माथे पर पड़ेंगी और उनका सूर्य तिलक होगा. हर साल राम नवमी को करीबन छह मिनट तक सूर्य की किरणें प्रभु का तिलक करेंगी।