शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन, शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित
शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन, शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित
शिक्षा विभाग व संपर्क फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को पंचायत भवन में एक भव्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता साई ने की और इस अवसर पर संपर्क फाउंडेशन के राज्य प्रभारी दुर्गा प्रसाद यादव भी उपस्थित थे।
*शिक्षकों और अधिकारियों का सम्मान*
समारोह का सफल आयोजन जिला फाउंडेशन समन्वयक डॉ. कपिल देव और संपर्क फाउंडेशन के जिला अकादमिक प्रोग्रामर रमनदीप के सहयोग से किया गया। सीईओ डॉ. सुभाष चंद्र ने जिला फाउंडेशन समन्वयक और उप जिला शिक्षा अधिकारी विनोद श्योराण सहित कई विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया।
*140 शिक्षकों को मिला सम्मान*
जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता साई द्वारा जिले के सभी सात खंडों के एफएलएन ब्लॉक समन्वयकों, 35 मेंटर्स और 140 श्रेष्ठ शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इसके अलावा, सिरसा जिले में उत्कृष्ट कार्य के लिए संपर्क फाउंडेशन से रमनदीप और लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन को भी विशेष सम्मान दिया गया।
*सीईओ ने किया शिक्षकों के योगदान की सराहना*
डॉ. सुभाष चंद्र ने शिक्षकों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज की नींव होते हैं और उनका पद समाज में सबसे ऊपर होता है। शिक्षकों के माध्यम से ही देश का भविष्य निर्मित होता है। उन्होंने शिक्षकों के समर्पण और मेहनत को सराहा, जो शिक्षा के स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
*संपर्क फाउंडेशन के स्मार्टशाला ऐप की जानकारी*
समारोह में संपर्क फाउंडेशन द्वारा संचालित संपर्क स्मार्टशाला ऐप के लाभों के बारे में भी जानकारी साझा की गई। इस ऐप से विद्यार्थियों में अंग्रेजी और गणित विषयों के प्रति रुचि बढ़ी है, जिसके परिणामस्वरूप स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, संपर्क फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराई गई संपर्क किट्स और टीवी सेट भी बच्चों की शिक्षा में काफी सहायक सिद्ध हो रहे हैं। इन पहलों का बच्चों की सीखने की क्षमता पर भी सकारात्मक प्रभाव देखा गया है।