CDLU सिरसा में युवा कल्याण निदेशालय द्वारा तीज महोत्सव आयोजित

 
Mahendra india news. com
 चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय CDLU के कुलपति प्रो. विजय कुमार ने कहा कि सभी तीज त्यौहार भारत की समृद्ध राष्ट्रीय संस्कृति एवं धरोहर का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा हमें सभी त्यौहार उत्सापूर्वक मनाने चाहिए। यह त्यौहार हमारे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हुए सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव एवं पार्वती से संबधित तीज का त्यौहार भारत का एक प्रमुख त्यौहार  है जिसे महिलाये अपने सुहाग की दीर्घ आयु एवं पारिवारिक सुख समृधि हेतु तत्परता से मनाती है। इस उपलक्ष्य में युवा कल्याण निदेशालय द्वारा इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन प्रशंसनीय है। इस तरह के आयोजन महिलाओं में नए उत्साह व उमंग का सचांलन करते  है।

CDLU कुलपति मंगलवार को विश्वविद्यालय के टैगोर एक्सटेंशन हाल  में ज्ञात रहे कि चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के युवा कल्याण निदेशालय द्वारा आयोजित तीज महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।  सांस्कृतिक कार्यक्रम के इलवा  मेहंदी, उत्सव पकवान, तीज माहरानी, रैंप क्वीन प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया गया। युवा कल्याण निदेशालय के  निदेशक प्रो. सेवा सिंह बाजवा ने महोत्सव में आये हुए सभी अतिथियों व प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विश्वविद्यालय की छात्राओं सहित शिक्षण एवं गैर-शिक्षण महिला कर्मचारियों का स्वागत किया।

महिलाओं ने देसी हरियाणवी पकवानों (गुलगले व सुहाली) का आनन्द लिया व पींगे झूली। महिलाओं ने मेहन्दी रचवाई व गीत-संगीत व भरपूर नृत्य किया। छात्राएं भी हरियाणवी पंजाबी लोक गीतो पर खूब झूमीं। हरियाणवी संस्कृति की अदभृत छटा बिखेरता हुआ यह पर्व हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अपनी अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहा।
प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। जिनमें तीज माहरानी में प्रथम स्थान आंचल चैधरी, द्वितीय स्थान मिनाक्षी, रैम्प क्वीन में प्रथम स्थान मिनाक्षी, द्वितीय स्थान पवीत कौर, मेंहदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अनु बाला, द्वितीय स्थान वनसिका तथा उत्सव पकवान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान वनसिका पर रही।
इन प्रतियोगिताओं में निर्णयाक मण्डल की भूमिका प्रो. निवेदिता, डाॅ. गीता रानी, डाॅ. सन्जू बाला, डाॅ. मीना कुमारी, डाॅ. ज्योति, श्रीमति मुन्नी देवी, श्रीमति किरण बाला, श्रीमति रशमी व श्री मति सविता डांठा ने निभाई।प्रो. रणजीत कौर, सांस्कृतिक संमव्यक द्वारा आये हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और कहा कि प्रतिभागियों द्वारा हरियाणवी संस्कृति की छवि को प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत करते हुए सभी पर गहरी छाप छोड़ी है।