एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी, बैंकों व कृषि विभाग की नाकामियों से किसानों को हो रही परेशानियों की खोलेंगे पोल : लखविंद्र सिंह 
 

 
mahendra india news, new delhi

किसान नेता व बीकेई अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने सिरसा जिले में पड़ने वाले गांव खारिया में खरीफ -2023 के बीमा क्लेम में किसानों के साथ हुई ठगी के बारे में किसानों के साथ विस्तार से विचार चर्चा की। 
किसान नेता ने सिरसा जिले के किसानों को 3 सितंबर सुबह 10 बजे जाट धर्मशाला सिरसा पहुंचने की अपील की। जिसमें बीमा प्रीमियम वापसी, बीमा क्लेम में धांधली, खरीफ -2020 का मुआवजा, नकली खाद, बीज, कीड़े मार दवाओं पर विचार चर्चा होगी। 


किसान नेता लखविंद्र सिंह ने बताया कि खरीफ -2023 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बैंकों ने फसल का बीमा प्रीमियम 31 जुलाई को किसानों के खातों से काट लिया था, इस वर्ष नरमे की फसल में गुलाबी सुंडी का भयंकर आक्रमण हुआ, जिससे नरमे की फसल बर्बाद हो गई थी। किसानों को  उम्मीद  थी की बीमा क्लेम मिलने से उनको थोड़ी बहुत राहत मिलेगी, लेकिन किसानों को बीमा क्लेम देने की बजाय 10-11 माह बाद उनकी बीमा प्रीमियम राशि वापस की जा रही है। सिरसा जिले के लगभग 23000 किसानों की बीमा प्रीमियम राशि वापस की जा रही है, जिसमें 12 हजार किसान एसबीआई बैंक, 7000 किसान पीएनबी बैंक व बाकी 4000 सभी बैंकों के खातेदार किसानों का बीमा प्रीमियम वापस आ रहा है। कई गांव ऐसे थे, जहां गुलाबी सुंडी से नरमे की फसल बिल्कुल नष्ट हो गई थी, लेकिन उन गांवों का बीमा क्लेम नहीं बनाया गया है। 


टीम बीकेई ने नकली खाद, बीज व कीड़ेमार दवाईयां बेचने वालों के खिलाफ  मुहिम चला रखी है। नकली दवाईयां बेचने वालों का बहुत बड़ा माफिया है। इस मुहिम को रोकने के लिए धमकियां दी जा रही हैं, उसे पर भी विचार चर्चा करेंगे। 

किसान नेता लखविंद सिंह ने सिरसा जिले के किसानों से अपील करते हुए कहा कि अपनी सभी मांगों को लेकर मंगलवार 3 सितंबर को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाट धर्मशाला सिरसा पहुंचे, वहां सभी की सहमति से आगे के फैसले लिए जाएंगे।