हरियाणा में धान की इस माध्यम से बिजाई करने वाले किसानों को सरकार द्वारा दिया जाएगा 4 हजार रुपये प्रति एकड़ का अनुदान 

अधिकारी इनोवेटिव तरीके से भूजल संरक्षण व जल स्तर बढ़ाने की दिशा में करें काम : उपायुक्त पार्थ गुप्ता
 

mahendra india news, new delhi

किसानों के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार समय समय पर अनेक योजनाएं लेकर आ रही है। जिससे किसानों को आर्थिक तौर पर फायदा मिल सके। केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा अटल भूजल योजना की प्रगति को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता मंत्रालय की विशेष सचिव देबाश्री मुखर्जी ने की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने देशभर के विभिन्न राज्यों के अधिकारियों से जल संरक्षण को लेकर आयोजित की जा रही गतिविधियों की विस्तार से जानकारी ली।

कैंप कार्यालय में हरियाणा में सिरसा के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने जिला सिरसा की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि अटल भूजल योजना के तहत जिला सिरसा में खंड रानियां व ऐलनाबाद को लिया गया है, जिसमें रानियां के 45 व ऐलनाबाद के 33 गांव शामिल है। योजना के तहत जल स्तर में सुधार के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे है। इन क्षेत्रों में तालाबों का जीर्णोद्धार, फसल विविधीकरण, माइक्रो इरिगेशन, ग्राउंड वाटर रिचार्ज व डीएसआर आदि गतिविधियों के माध्यम से जल संरक्षण किया जा रहा है। 


उन्होंने बताया कि आमजन में जल संरक्षण के प्रति अधिक से अधिक जागरूकता के लिए 78 भूजल सहेली वॉलेंटियर बनाए गए हैं, जो ग्रामीणों को जल संरक्षण के तरीकों के बारे में जागरूक करते हैं और स्थाई भूजल संरक्षण की आवश्यकता के बारे में बताते हैं।


सिरसा के उपायुक्तपार्थ गुप्ता ने बताया कि डीएसआर तकनीकी माध्यम से धान की बिजाई करने वाले किसानों को सरकार द्वारा 4 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है तथा फसल विविधिकरण अपनाने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है। इन रानियां व ऐलनाबाद क्षेत्र में किसानों द्वारा डीएसआर तकनीक और फसल विविधिकरण योजना के अच्छी परिणाम देखने को मिले हैं।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के उपरांत सिरसा के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने सिंचाई विभाग, एमआई काडा, पंचायती राज विभाग, कृषि विभाग व जिला परिषद के अधिकारियों की बैठक ली। उपायुक्त ने ऐलनाबाद व रानियां क्षेत्र में भूजल जल संरक्षण व जल स्तर बढ़ाने को लेकर और अधिक जागरूकता गतिविधियां बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी  आपसी तालमेल व इनोवेटिव तरीके से भूजल संरक्षण व जल स्तर बढ़ाने की दिशा में काम करें।
बैठक में उप निदेशक कृषि डा. सुखदेव कंबोज, कार्यकारी अभियंता अजीत हुडï्डा, अमित नैन, आईईसी एक्सपर्ट पारुल, ग्राउंड वाटर एक्सपर्ट संजीत, विपिन, टीए रमनजीत, डीपीएम आशीष चावला, कमल मौजूद रहे।