सीडीएलयू सिरसा में भोजन के माध्यम से मधुमेह का प्रबंधन विषय पर छात्रों को दिए ये टिप्स 

 
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हरियाणा के सिरसा में स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा के खाद्य विज्ञान एवं तकनीकी विभाग में मंगलवार को विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। भोजन के माध्यम से मधुमेह का प्रबंधन विषय पर आयोजित इस व्याख्यान में महाराजा रणजीत सिंह, पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय, बठिंडा के प्रोफेसर कवलजीत सिंह संधू ने भारत में खाद्य तकनीकी की अपार सम्भावनाओं के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। प्रोफेसर संधू ने बताया कि बदलते लाइफ स्टाइल और बदलती भोजन शैली के इस दौर में मधुमेह की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। समय रहतेइस पर नियंत्रण करना आवश्यक है। 


उन्होंने बताया कि खानपान के माध्यम से मधुमेह प्रबंधन समय की मांग है। अगर समय रहते मधुमेह को नियंत्रित न किया जाए तो यह अनेक बीमारियों का कारण बन जाती है। मधुमेह प्रबंधन के लिए हमें भोजन में कम ग्ल्येसेमिक इंडेक्स वाला आहार लेना चाहिए। मधुमेह को टालने के लिए खाद्य गुणवता को भी सुदृढ़ करने की जरूरत है। आहार में रेशेदार खाद्यान्न ज्यादा मात्रा लेना जरुरी है। कम डाइजेस्ट होने वाले भोजन जैसे रेसिस्टेंट स्टार्च इस प्रबंधन में सहायक साबित हो सकते है।

विभाग कीअध्यक्ष डॉ संजू बाला ढुल ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया और विद्यार्थियों को प्रो संधू के जीवन की अहम उपलब्धियों से परिचित करवाया। डॉ संजू बाला ढुल ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई के दिशा निर्देशन में इस विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया है। मुख्यवक्ता का धन्यवाद डॉ मंजू नेहरा ने किया। इस अवसर पर डीन अकेडमिक अफेयर्स प्रो एस के गहलावत, डीन लाइफ साइंस प्रो रानी देवी, पर्यावरण एवं ऊर्जा विज्ञान विभाग और बॉटनी विभाग के अध्यक्ष प्रो मोहम्मद कासिफ किदवई, कॉमर्स  विभाग से प्रो शैलेन्द्र हुड़्डा, जूलॉजी विभाग से डॉ हरिकिशन और लाइफ साइंस के सभी फैकल्टी मेम्बर उपस्थित रहे।