सिरसा जेसीडी मेमोरियल कॉलेज में मानसिक स्वास्थ्य और वेलनेस पर तीन दिवसीय वर्कशॉप का समापन

मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन के हर पहलू पर डालता है प्रभाव : डॉ. ढींडसा

 

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सिरसा जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के स्टूडेंट सपोर्ट सर्विस सेल की ओर से मानसिक स्वास्थ्य और वेलनेस पर एक तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों को मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद और अन्य समस्याओं से बचने और उनका सकारात्मक रूप से सामना करने के लिए उपयोगी युक्तियाँ और तकनीकें बताई गईं। 


JCD के महानिदेशक और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि यह वर्कशॉप हमारे विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य पर उतना ही ध्यान देना चाहिए, जितना हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य को देते हैं।मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन के हर पहलू पर प्रभाव डालता है। यह हमारी सोच, भावनाएं, व्यवहार, निर्णय, संबंध, कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। DR. ढींडसा ने इस वर्कशॉप के सफल आयोजन पर प्राचार्या और सहयोगी स्टाफ की सराहना की और कहा कि इस तरह के सकारात्मक आयोजनों को बड़े स्तर पर करवाने के लिए जेसीडी प्रबंधन हमेशा तैयार है ताकि और भी लोग इसका लाभ उठा सकें। इस वर्कशॉप का आयोजन प्राचार्या डॉ. शिखा गोयल के नेतृत्व में डॉ. अमरीक गिल, श्रीमती रसप्रीत कौर व उनके सहयोगियों की ओर से करवाया गया।


प्राचार्या DR. शिखा गोयल ने समापन सत्र के दौरान बताया कि इस 3 दिवसीय वर्कशॉप में अनेक गतिविधियां करवाई गई।इसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों को श्वास को नियंत्रित करने और मन को शांत करने के लिए विभिन्न प्राणायाम और मेडिटेशन के अभ्यास करवाए गए। सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाए रखने और अपने आप पर विश्वास बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रार्थनाएं और सकारात्मक तरीके बताए गए।इसके अलावा अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कुछ सरल व्यायाम और खेल भी सिखाए गए। डॉ. शिखा गोयल ने बताया कि वर्कशॉप के आखिरी दिन "सिक्स पिल्लर्स ऑफ सक्सेसफुल लाइफ" विषय पर प्रसिद्ध लेखक और मोटिवेशनल स्पीकर श्री शिव खेड़ा की एक प्रेरणादायक वीडियो भी दिखाई गई जिससे सभी प्रतिभागी काफी प्रभावित हुए।


इस वर्कशॉप को प्रतिभागियों ने बहुत सराहा और उन्होंने इसे अपने मानसिक स्वास्थ्य और वेलनेस के लिए बहुत उपयोगी बताया। उन्होंने इस तरह की कार्यशालाओं को नियमित रूप से आयोजित करने की भी मांग की।