हरियाणा प्रदेश में बदला मौसम, बरसात होने की संभावना, कई शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ा

 
mahendra india news, new delhi 

दीपावली के बाद हरियाणा प्रदेश के कई प्रदेशों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इससे सांस लेना मुश्किल हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में बुधवार को मौसम एक बार फिर से बदलेगा। कई शहरों में मध्यम तो कुछ जगहों पर हल्की बरसात होने की संभावना है। 
वायु प्रदूषण में कमी वर्षा होने से ही होगी, जिसकी संभावना हिसार कृषि विश्व विद्यालय के मौसम विभाग की ओर से जताई जा रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मौसम 22 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक परिवर्तनशील रहेगा।मौसमी बदलाव से दीपावली के बाद बढ़े वायु प्रदूषण में कमी आ सकती है। 


हरियाणा-एनसीआर में दीपावली की रात जमकर आतिशबाजी होने के चलते वायु प्रदूषण की परत मोटी हो चुकी है। हरियाणा के 15 जिलों में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के मुताबिक, चंडीगढ़ में हवा की गुणवत्ता भी 'खराबÓ रही, जहां एक्यूआई 146 दर्ज किया गया। एक्यूआई का स्तर 0-50 'अच्छाÓ, 51-100 'संतोषजनकÓ, 101-200 'मध्यमÓ, 201-300 'खराबÓ, 301-400 'बहुत खराबÓ, 401-450 'गंभीरÓ और 450 से ऊपर 'गंभीर प्लसÓ माना जाता है।

जानकारी के अनुसार हरियाणा प्रदेश के जिला रोहतक और नारनौल में सबसे खराब हालात दर्ज की गई। एक्यूआई के आंकड़ों के अनुसार रोहतक और नारनौल जैसे शहरों ने गुरुग्राम को प्रदूषण में पीछे छोड़ दिया। रोहतक का एक्यूआई 320, नारनौल का 311, बहादुरगढ़ में 306, धारूहेड़ा 305 और बल्लभगढ़ में 303 दर्ज किया गया। यहीं नहीं प्रदेश के अंदरूनी हिस्सों में भी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई है। कुछ शहरों में सुबह 9 बजे तक लगातार एक्यूआई 500 के स्तर पर बना रहा।

हरियाणा प्रदेश के जिला कैथल, सोनीपत और चरखी दादरी जैसे एरिया में भी एक्यूआई 399 से ऊपर बना रहा। फरीदाबाद में 247, सोनीपत में 343, करनाल में 201, भिवानी में 328, जींद में 247 और चरखी दादरी में 279 एक्यूआइ दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।