खरबूजों की इन किस्मों की बिजाई करके हो जाएंगे मालामाल, कुछ ही समय में हो जाएंगे खरबूजे तैयार
गर्मी का सीजन शुरू हो चुका है, किसान गेहूं व सरसों की कटाई कढ़ाई में लगे हुए हैं। कई किसान अगली फसल बिजाई के बारे में सोच रहे। इस गर्मी के मौसम में तरबूज, खरबूजों की मांग बहुत होती है और इसके बाजार में बेहतर भाव भी मिल जाते हैं। इसे देखते हुए खरबूजे की खेती किसानों के लिए लाभ का सौदा साबित हो सकती है।
इस सीजन में किसान खरबूजे की खेती करके बेहतर फायदा प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप भी खरबूजे की खेती करने की सोच रहे हैं तो आपको खरबूजे की टॉप 5 किस्मों की जानकारी दे रहे हैं जिससे आप अच्छी आमदनी कर सकते हैं।
खरबूजे की पंजाब सुनहरी किस्म
बता दें कि इस किस्म का खरबूजा रसदार होता है। इसके फल गोलाकार व हल्के पीले रंग के होते हैं। इस किस्म के फल का गूदा नारंगी रंग का होता है।
खरबूजे की शरबती (एस-445) किस्म
इस किस्म के बारे में बता दें कि खरबूजे की इस किस्म के फल गोल, मध्यम आकार के होते हैं। इस किस्म के खरबूजे के छिल्के हल्के गुलाबी रंग के होते हैं। इसका गूदा मोटा व नारंगी होता है।
खरबूजे की हरा मधु किस्म
इस किस्म के बारे में बता दें कि खरबूजे की इस किस्म के फल हल्के पीले रंग के होते हैं। इसका गूदा बेहद रसीला होता है। इस किस्म के फल पर भी हरे रंग की धारियां होती है।
खरबूजे की आईवीएमएम.3 किस्म
इस किस्म का नारंगी रंग की होती है और इसका गुदा मीठा होता है। इस किस्म के खरबूजे का रंग हल्का पीला होता है। इस किस्म के खरबूजे का औससन भार करीब 500 से 600 ग्राम होता है।
खरबूजे की मधुरस किस्म
इस किस्म के फल गहरे हरे रंग के होते हैं। इसके फल गोल और चपटे होते हें। इसका गुदा नारंगी रंग का होता है। इस किस्म के फल का औसत वजन करीबन 700 ग्राम तक होता है।
ऐसे करें बुवाई
आपको बता दें कि किसान इसकी बुवाई मार्च माह में कर सकते हैं। खरबूजे की बुवाई के लिए 30 से 40 सेमी चौड़ी नालियां बनाई जाती है और बीज की बुवाई नाली के किनारे मेड़ों पर 50 से 60 सेमी की दूरी पर करें। बुवाई के सवा से ढाई माह में खरबूजे की फसल तैयार हो जाती है।