नशा रोकने के लिए स्कूल व कॉलेज में गठित धाकड़ टीमों को दिलाया जाएगा प्रशिक्षण 

समाज में चिट्टा व मेडिकल नशे का बढ़ता चलन चिंता का विषय 
 

mahendra india news, sirsa नशा रोकने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष रणनीति तैयार की है। नशा रोकने के लिए स्कूल व कालेजों में कक्षा स्तर पर धाकड़ टीमों को गठित किया गया है। अब छात्रों की धाकड़ टीमों को विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा ताकि वे अपने साथियों को नशे से बचने व इस मुहिम में शामिल होने के लिए बेहतर ढंग से प्रोत्साहित कर सके। जिसको लेकर जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने लघु सचिवालय स्थित सभागार कक्ष में राष्ट्रीय नारकोटिक्स समन्वय पोर्टल की जिला स्तरीय कमेटी एवं मेडिकल स्टोर यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक ली। 

गांव स्तर पर खेलों का आयोजन
उपायुक्त ने कहा कि युवाओं को नशे से बचाने तथा खेलों की ओर प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गांव स्तर पर खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला के सभी सातों खंडों ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा।


ड्रग फ्री सिरसा को लेकर हर नागरिक दे योगदान 
उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इस पर अंकुश लगाने के लिए सभी को मिलकर गंभीरता से सामूहिक प्रयास करने होंगे। मौजिज व्यक्तियों के साथ-साथ हर उम्र के नागरिक को इस मुहिम में अपना योगदान देते हुए जिला को नशा मुक्तबनाना होगा। हमारी आने वाली पीढ़ी व युवाओं को नशे के दलदल से बचाना हम सबका नैतिक दायित्व है, इसलिए जिला व पुलिस प्रशासन के साथ-साथ हर नागरिक आगे आकर ड्रग फ्री सिरसा मुहिम को सफल बनाएं। बैठक में पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन, अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनंद मोहन शर्मा, जिला नगर आयुक्त डा. किरण सिंह, एसडीएम ऐलनाबाद डा. वेद प्रकाश, एसडीएम सिरसा राजेंद्र कुमार, सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल, डीडीपीओ राजेश कुमार, जिला ड्रग अधिकारी डा. रजनीश सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

चिट्टा व मेडिकल नशे का बढ़ता चलन चिंता का विषय जरूर है
उन्होंने कहा कि समाज में चिट्टा व मेडिकल नशे का बढ़ता चलन चिंता का विषय जरूर है, लेकिन इसका खात्मा करना नामुमकिन नहीं है। इस चुनौती से लडऩे के लिए पुलिस के साथ-साथ जनभागीदारी बेहद जरूरी है। प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन द्वारा नशे पर अंकुश के लिए गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं। उपायुक्त ने कहा कि समाज के हर वर्ग को आगे आकर नशा मुक्त भारत की मुहिम में अपनी आहुति देनी होगी। सामूहिक संकल्प व भागीदारी से ही हम न केवल नशा तस्करों को सबक सिखा सकते हैं बल्कि अपनी युवा पीढ़ी को नशे से बचा सकते हैं।


 

पंच सरपंच भी करें सहयोग 
उपायुक्त ने कहा कि ड्रग फ्री सिरसा मुहिम में पंच-सरपंच भी सहयोग करते हुए ग्राम सभाओं में नशा मुक्ति को लेकर युवाओं को जागरूक करें। इसके साथ-साथ गांव स्तर पर गठित की गई टीमों का सहयोग करते हुए उनका मनोबल बढ़ाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चिन्हित किए गए दस गांवों में करवाए जा रहे सर्वे के कार्य में तेजी लाएं और इस कार्य को इसी सप्ताह पूरा करें।


लिखित पर्ची के बिना दवा न दें 
उपायुक्तने कैमिस्टों से आह्वान किया कि ड्रग फ्री सिरसा मुहिम में विशेष योगदान देते हुए यह ध्यान रखें कि सरकार द्वारा प्रतिबंधित दवा की बिक्री न हो, इसके अलावा बिना चिकित्सक लिखित सलाह (पर्ची) के दवा न दें। उन्होंने कहा कि अपने मेडिकल में स्टोर व बिक्री का पूरा रिकॉर्ड मेंटेन रखें। जिला ड्रग अधिकारी भी समय-समय पर मेडिकल स्टोर की चेकिंग करें और किसी प्रकार की कोताही मिलने पर मेडिकल स्टोर संचालक पर कार्रवाही करें।