मानसून की बरसात के मौसम में भी रहना है फिट तो रोजाना ये करें 3 योगासन
आज के समय सेहत पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है। आज भागदौड़ की जिंदगी में कई व्यक्तिसेहत पर ध्यान नहीं देते हैं। अगर थोड़ा सा भी ध्यान नहीं देंगे तो हमारी सेहत अच्छी नहीं रहेगी। मानूसन की बारिश के समय अधिकतर लोगों की दिनचर्या बदल जाती है। ऐसे में जिम जाना कम हो जाता है और घर पर एक्सरसाइज करने का भी मन नहीं करता। इससे ना सिर्फ वजन बढ़ने का खतरा रहता है बल्कि मूड भी खराब हो सकता है।
बारिश के मौसम में भी आप योग के माध्यम से स्वयं को एक्टिव और फिट रख सकते हैं। योगासन न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से फायदा पहुंचाते हैं बल्कि मानसिक रूप से भी हेल्दी रखते हैं। मानसून के मौसम में आप किन 3 योगासनों को अपनी रूटीन में शामिल कर सकते हैं।
कपालभाति प्राणायाम
यह एक शक्तिशाली शुद्धिकरण क्रिया) है जो बॉडी से गंदगी को बाहर निकालने में सहायता करता है। बारिश के मौसम में अक्सर नमी और ठंड के कारण बॉडी में जकड़न और आलस्य आ सकता है. कपालभाति प्राणायाम ना सिर्फ शरीर को गर्म रखने में मदद करता है बल्कि इससे फेफड़े मजबूत होते हैं और इम्यूनिटी सिस्टम भी दुरुस्त रहता है।
ऐसे करें कपालभाति
इसके लिए सुखासन (आराम से बैठने की अवस्था) में बैठ जाएं.
रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और आंखें बंद कर लें.
अब तेजी से सांस को अंदर खींचे और तेज गति से छोड़ें. पेट को अंदर की ओर खींचे और छोड़ें.
इस प्रक्रिया को 10-15 बार करें
अधोमुख श्वानासन
यह आसन पूरी बॉडी को स्ट्रेच करने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है. मानसून के मौसम में जकड़न की समस्या को दूर करने के लिए यह आसन काफी कारगर है. साथ ही, इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है.
कैसे करें अधोमुख श्वानासन
चतुष्पादासन (हाथों और पैरों के बल पर टिके रहना) की अवस्था में आ जाएं.
अब कूल्हों को ऊपर उठाएं और शरीर को उल्टे ङ्क के आकार में ले जाएं.
हाथों को कंधों के नीचे और पैरों को कूल्हों के नीचे रखें.
कुछ देर इस अवस्था में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस चतुष्पादासन में आ जाएं.
सूर्य नमस्कार
आपको बता दें कि सूर्य नमस्कार 12 योगासनों का एक क्रम है जो पूरे शरीर को व्यायाम देता है. इससे ना सिर्फ शरीर लचीला बनता है बल्कि मसल्स मजबूत होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है. मानसून के मौसम में थकान और सुस्ती को दूर करने के लिए सूर्य नमस्कार काफी लाभदायक है.
ध्यान रखने योग्य बातें
इसके लिए अगर आप योग के अभ्यासी नहीं हैं, तो किसी योग इंस्ट्रक्टर की देखरेख में ही इन आसनों को करना सीखें.
बता दें कि खाली पेट योग न करें.
किसी भी तरह की असुविधा महसूस होने पर व्यायाम को रोक दें.