गुरु नानक देव जी की जयंती पर चौपटा में कार्यक्रम आयोजित
नाथूसरी चौपटा के शिव मंदिर में गुरु नानक देव जी के 556 वें जन्म दिन को बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि गांव नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा कासनियां और विशिष्ट अतिथि चौपटा थाना प्रभारी राधेश्याम ने शिरकत दी। इस मौके पर दलबीर सिंह, सतपाल, मास्टर दिनेश कुमार जांगड़ा, सरदार कुलवंत सिंह, सरदार रणजीत सिंह, सुखी देवी,डॉ सदा नन्द,पूर्व सरपंच रणजीत कासनियां मौजूद रहे।
पूर्व सरपंच रणजीत सिंह ने गुरुदेव के जीवन पर प्रकाश डाला। दिनेश कुमार जांगड़ा ने गुरु नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा आज हम सब यहां गुरु नानक देव जी की जयंती मनाने के लिए एकत्र हुए हैं, जो कि सिख धर्म के प्रथम गुरु और महान संत, विचारक एवं समाज सुधारक थे।
गुरु नानक देव जी का जन्म तलवंडी गांव (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। बचपन से ही वे अत्यंत बुद्धिमान और ईश्वरभक्त थे। उन्होंने समाज में फैली अंधविश्वास, जाति-पाति और भेदभाव की दीवारों को तोडऩे का संदेश दिया।
उनकी शिक्षाएं एक ओंकार अर्थात् ईश्वर एक है — के सिद्धांत पर आधारित थीं।
उन्होंने कहा ना कोई हिंदू, ना कोई मुसलमान — सब इंसान हैं।
गुरु नानक देव जी ने सच्चे प्रेम, सत्य, समानता और सेवा का मार्ग दिखाया। यही जीवन का सच्चा संदेश दिया। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि धर्म का असली अर्थ मानवता की सेवा है। आज के इस पावन दिन पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम गुरु नानक जी के बताए मार्ग पर चलें — सच्चाई, प्रेम और भाईचारे से समाज को आगे बढ़ाएं। सबको जन्म दिवस की कामनाएं के साथ धन्यवाद किया।
