हरियाणा में सीडीएलयू सिरसा के संंबंधित कॉलेजों में NEP-2020 शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू होगी

 
mahendra india news, new delhi

Haryana के सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, SIRSA के संबंधित महाविद्यालयों में NEP-2020 शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू होगी। हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. एस के गक्खड़ ने विश्वविद्यालय के डीन ऐकडेमिक अफेयर्स कार्यालय द्वारा NEP-2020 के क्रियान्वन विषय पर आयोजित इंटरेक्शन कार्यक्रम में अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक द्वारा की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति ने प्रो. एस के गक्खड़ का स्वागत किया।


Haryana राज्य उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. एस के गक्खड़ ने कहा कि NEP एक चैलेंज है जिसे हम सबको मिलकर पूरा करना है। उन्होंने कहा कि एनईपी के अंतर्गत करिकुलम स्थापित किए जाएं जिससे कि एक उच्च स्तर की शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने स्किल को भी विकसित करना होगा जिससे कि विद्यार्थियों के स्किल्स को निखारा जाए।

 

उन्होंने कहा कि इंटर्नशिप का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का है और प्राध्यापकों को एआई के क्षेत्र में महारत हासिल करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के मस्तिष्क को भी एक अच्छी दिशा में विकसित करना होगा ताकि वह अपना, समाज व देश के विकास में सहयोग प्रदान कर सके। उन्होंने कहा कि हमें हर क्षेत्र में कौशल को विकसित करना होगा जिससे युवा एक अच्छा रोजगार प्राप्त कर सकेगा।

विश्वविद्यालय के डीन ऐकडेमिक अफेयर्स प्रो. एसके गहलावत ने विश्वविद्यालय में एनईपी-2020 के अंतर्गत चल रहे कोर्सो के बारे में मुख्य अतिथि को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में 2022 से यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रैजुएट स्टडीज में एनईपी के अंतर्गत 6 एजुकेशन प्रोग्राम शुरू किए गए थे जो अब बढ़कर 13 हो गए हैं।  विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक ने बताया कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या बड़ी है पहले 2700 की संख्या थी जो बढ़कर अब 5600  के करीब पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि हमारे स्कॉलर्स भी बड़े हैं। उन्होंने कहा कि यूजीसी के ऑर्डिनेंस को भी लागू किया गया है। 


हमारी नेक ग्रेडिंग को भी सुधरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी में भी सुधार करते हुए डिजिटाइजेशन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत स्टूडेंट की आईडी बनाई जा रही है। इसके साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर भी डेवलप हो रहा है। इसके अतिरिक्त उन्होंने विश्वविद्यालय की अनेक उपलब्धियां को भी उपाध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत किया।


इसके उपरांत विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेश कुमार बंसल तथा डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर राज कुमार ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया। मंच का संचालन विश्वविद्यालय के एनईपी कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर सुरेंद्र कुंडू द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के प्राध्यापक उपस्थित रहे