सनातन हिंदु धर्म को शांति के लिए नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग
mahendra india news, new delhi
सिरसा। भाजपा नेता कुलवंत राय ने नोबेल पुरस्कारों के चयन हेतु नामित समिति से इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार सनातन हिंदु धर्म को देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सनातन हिंदु धर्म में आस्था रखने वाले लोग शांति व अहिंसा के पुजारी होते हंै और खान-पान के मामले में अन्य धर्मों से तुलना के मामले में मांस-मदिरा इत्यादि का सेवन भी नाममात्र करते हैं।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर धर्मों में तो संबंधित धर्मों के त्योहार इत्यादि पावन दिनों में भी मांस-मदिरा व जीवित जानवरों की बलि, कुर्बानी इत्यादि दी जाती है। जिस कारण आम जनमानस में संबंधित धर्मों की धार्मिक पवित्रता भी संदेह की दृष्टि से देखी जाती है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त कुछ धर्म अपने संप्रदाय व धर्म विस्तार के लिए पैसे के बल का अनुचित सहारा लेते हंै।
जबकि कुछ अन्य धर्म अपने प्रचार-प्रसार व फैलाव में हिंसा व आतंकवाद का नकारात्मक सहारा लेते हंै। उन्होंने कहा कि इन सब कारणों के कारण इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार धार्मिक आधार पर हिंदु धर्म को सामुहिक रूप से दिया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त यदि राष्ट्र, सरकार व व्यक्तित्व इत्यादि को किसी भी तरह की इकाई मानकर नोबेल पुरस्कार दिया जाता है तो अन्य देशों की तुलना में भारत व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार दुनिया के अन्य देशों की सरकारों की तुलना में ज्यादा पात्रता रखती है।
उन्होंने कहा कि भारत का लगभग समूचा जनमानस युद्ध की बजाय शांति का पक्षधर रहा है। इसलिए भारत सरकार या किसी भारतीय हिंदु व्यक्तित्व को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाना चाहिए। भाजपा नेता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए आ रहे विचारों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका, अमेरिकी समाज व डोनाल्ड ट्रंप की पात्रता ज्यादा हो सकती है, लेकिन भारत, भारतीय समाज व किसी भारतीय व्यक्तित्व की योग्यता से काफी पीछे है।