Shri Ram Navami: श्री राम नवमी पर श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की भी पूजा करें तो मिलेगा फल 

त्रेता युग में आज के दिन राजा दशरथ के यहां भगवान विष्णु ने राम के रूप में जन्म लिया था
 

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चैत्रमास समापन होने के साथ वीरवार को आज श्रीराम नवमी है। अष्टमी देवी दुर्गा के साथ ही श्रीराम और हनुमान जी की पूजा करने का पर्व है। इस दिन नवमी तिथि पर श्रीराम का प्रकट उत्सव भी मनाया जाता है। श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की भी पूजा करें। हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं। सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें। भगवान को इत्र, हार-फूल और वस्त्र आदि पूजन सामग्री चढ़ाएं। सुंदर श्रृंगार करें। मिठाई का भोग लगाएं। धूप-दीप जलाएं और आरती करें।


राम नाम का जप करें
मान्यता के अनुसार त्रेता युग में इसी तिथि पर राजा दशरथ के यहां भगवान विष्णु ने राम के रूप में जन्म लिया था। श्रीराम की विशेष पूजा करें। 
इस दिन श्रीराम नवमी पर राम जी की विशेष पूजा करें। रामायण का पाठ करें। राम नाम का जप करें। इसी के साथ साथ आप चाहें तो रामायण के कुछ अध्यायों का या सुंदरकांड का पाठ कर सकते हैं। पूजन के अंत में भगवान से क्षमा याचना करें। प्रसाद बांटें और खुद भी लें।


जल्द होते हैं सफल 
श्री राम नवमी पर किए गए धर्म कर्म जल्दी सफल होते हैं। इस दिन देवी दुर्गा और श्रीराम का अभिषेक करें। इनके मंत्रों का जप करें। पूजा के बाद घर के आसपास जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करना चाहिए।

इसी के साथ घर के मंदिर में राम दरबार की पूजा की व्यवस्था करें। गणेश पूजन के बाद राम दरबार में श्रीराम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान जी, भरत और शत्रुघ्न शामिल रहते हैं। इन प्रतिमाओं पर जल चढ़ाएं। जल के बाद पंचामृत अर्पित करें और एक बार फिर जल चढ़ाएं।