बड़ी खबर, इंडिया स्टेम समिट में पहुंचे सिरसा जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थी

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साइंस और टैक्नोलॉजी के नवाचारों के प्रति जागरूकता और प्रेरणा हासिल करने के लिए JCM मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों का एक दल दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेश्नल सेंटर में आयोजित इंडिया स्टेम समिट अवार्ड्स के पांचवे संस्करण में पहुंचा। इसमें उनके साथ गाइड के रूप में सोमवीर सिंह व कंवलजीत कौर भी मौजूद रहे। इस दौरान विद्यार्थियों को चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी सुनने का मौका मिला।
आपको बता दें कि यह समिट साइंस, टैक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग व गणित के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित करने, नॉलेज शेयरिंग और विशेषज्ञों के अनुभवों को विद्यार्थियों व प्राध्यापकों तक पहुंचाने के लिए हर वर्ष आयोजित की जाती है, इसका मुख्य उद्देश्य भारत को रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में आत्मनिर्भर बनाना है।
JCD विद्यापीठ के महानिदेशक और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन को भारत में रोबोटिक्स में सुधार लाने और ऑटोमेशन में अनुसंधान और कैरियर के अवसरों के लिए द्वार खोलने के व्यापक सामूहिक लक्ष्य के साथ-साथ लोगों के ज्ञान का विस्तार करने और सहयोग बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है यहां पर शीर्ष अधिकारियों और ईनोवेटिव पेशेवरों से लेकर प्रतिभाशाली शिक्षकों तक, INDIA के हजारों बेहतरीन विशेषज्ञ इक_ा होते हैं जो रोबोटिक्स शिक्षा परिदृश्य, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन प्रक्रिया और अनुसंधान, विनिर्माण और अन्य प्रासंगिक विषयों पर चर्चा करते हैं।जेसीडी मेमोरियल कॉलेज के विद्यार्थियों का इस समिट में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है और ये दिखाता है कि यह संस्थान अपने विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन के लिए हमेशा ही प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस समिट में चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों ने भी भाग लिया ।
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JCD मेमोरियल कॉलेज की प्राचार्या Dr. Shikha Goyal ने कहा कि JCD संस्थान ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ता जिसमें विद्यार्थियों को कुछ नया सीखने को मिले। ऐसे आयोजनों में विद्यार्थियों को विशेष तौर पर भेजा जाता है ताकि उनके अंदर वैज्ञानिक सोच और समस्या समाधान करने का कौशल विकसित हो सके। ऐसे आयोजन नई प्रौद्योगिकी और अनुसंधान के क्षेत्रों में विद्यार्थियों की रुचि को बढ़ावा देते हैं, जिससे उनके लिए नए अवसर खुलते हैं। डॉ. शिखा गोयल ने बताया कि विद्यार्थियों को वहां पर चंद्रयान-3 से जुड़ी महिला वैज्ञानिकों को मिलने व उन्हें सुनने का भी अवसर मिला। इसके अलावा अनेकों क्षेत्रों के विशेषज्ञ वहां मौजूद थे जिन्होंने भविष्य की तकनीकों पर अपना विजऩ सामने रखा जिससे विद्यार्थी काफी प्रभावित हए।
इस समिट में शामिल विद्यार्थियों ने बताया कि उनके लिए ये एक नया अनुभव था और इसमें उन्हें भविष्य की तकनीकों व उनके स्कोप के बारे में जानने को मिला।वहां पर इसरो वैज्ञानिकों को सुनना सबसे प्रेरणादायक अनुभव था जिससे उनके अंदर भी भविष्य में रिसर्च फील्ड में जाने की इच्छा जागृत हुई।विद्यार्थियों ने इसके लिए कॉलेज प्रबंधन का धन्यवाद भी किया।