Success Story: जानिए कौन है बिश्नोई समाज की पहली IAS अफसर? 23 साल की उम्र में क्रैक किया UPSC एग्जाम

कहते हैं कि मेहनत और लगन से इंसान अपने मनचाहे मुकाम को हासिल कर सकता है। ऐसा ही राजस्थान के अजमेर की रहने वाली परी बिश्नोई ने कर दिखाया है। परी 23 साल की उम्र में ही आईएएस अफसर बन गई। परि अपने समाज का पहली आईएएस अफसर बनकर इतिहास रच दिया।
अजमेर
आईएएस परी बिश्नोई राजस्थान के अजमेर की रहने वाली हैं, जिन्होंने 12वीं पास करते ही फैसला कर लिया था कि वह आगे जाकर आईएएस ऑफिसर बनेंगी।
पति भव्य बिश्नोई
आईएएस परी बिश्नोई के पिता मनीराम बिश्नोई एडवोकेट और मां सुशीला बिश्नोई अजमेर में जीआरपी थानाधिकारी हैं। आईएएस परी बिश्नोई के माता-पिता दोनों ने ही परी को आगे बढ़ते रहना सिखाया। आईएएस परी बिश्नोई पति भव्य बिश्नोई हरियाणा राज्य के लोकप्रिय युवा नेता हैं।
2019 में परी ने यूपीएससी परीक्षा पास की
आईएएस परी बिश्नोई ने UPSC के तीन अटेंप्ट दिए थे, जिसके बीच वह नेट-जेआरएफ परीक्षा में पास हो गई लेकिन उनको सिविल सर्विस में जाना था। इसके चलते साल 2019 में परी ने यूपीएससी परीक्षा पास की।
23 साल की उम्र में बनीं IAS
बता दें कि आईएएस परी बिश्नोई अपने समाज की पहली आईएएस ऑफिसर हैं, जिनका जन्म प्रदेश के बीकानेर जिले में 26 फरवरी 1996 हुआ था। परी बिश्नोई केवल 23 साल की उम्र में आईएएस बन गई थीं।
ट्रांसफर की मांग
परी बिश्नोई को आईएएस बनने के बाद सिक्किम कैडर अलॉट मिला था। वहीं, शादी के बाद उन्होंने हरियाणा कैडर में ट्रांसफर की मांग की थी।