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Suraj Tiwari: हादसे में 1 हाथ और दोनों पैर कटने के बाद भी नहीं टूटा हौसला,सिर्फ 3 उंगलियों क्रैक की UPSC परीक्ष

अगर आप में मंजिल पाने का जज्बा है तो कोई भी मुश्किल आपके रास्ते में रोड़ा नहीं बन सकती है।
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Suraj Tiwari: जज्बे को सलाम: अगर आप में मंजिल पाने का जज्बा है तो कोई भी मुश्किल आपके रास्ते में रोड़ा नहीं बन सकती है। आज हम आपको ऐसे ही शख्स के बारे में बातने जा रहे हैं जिनके एक्सीडेंट में दोनों पैर, एक हाथ और दूसरे हाथ की दो उंगलियां कट जाने के बावजूद हौंसला नहीं टूटा। लगन और दृढ़ निश्चय से यूपीएससी क्रैक कर सफलता हासिल की।

ट्रेन हादसे में कटे शरीर के अंग

दरअसल, हम बात कर रहे हैं यूपी के मैनपुरी के रहने वाले सूरज तिवारी की, जिनके ऊपर कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया, जिसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती. लेकिन उन्होंने इसके बावजूद जीवन में हार नहीं मानी और जिंदगी से लड़ने का फैसला किया.

 दरअसल, एक ट्रेन हादसे में सूरज ने अपने दोनों पैर, एक हाथ और दूसरे हाथ की दो उंगलियां गवा दी थीं. लेकिन, उन्होंने जिंदगी और मौत की जंग में सफलता हासिल करते हुए, जीवन में आगे बढ़ने के निर्णय किया. 

उन्होंने देश की सबसे कठिन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने का मन बनाया और अंतत: परीक्षा में 917वीं रैंक हासिल करते हुए सफलता भी हासिल कर ली. 

सफल होने के लिए उनकी तीन उंगलियां ही काफी हैं: सूरज तिवारी के पिता

यूपीएससी में सूरज की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए उनके पिता रमेश तिवारी ने कहा था कि उनके बेटे ने उन्हें गौरवान्वित किया है और 'सफल होने के लिए उसकी तीन उंगलियां ही काफी हैं.'

उन्होंने कभी हार नहीं मानी': सूरज तिवारी की मां

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सूरज की मां ने कहा कि वह 'बहुत बहादुर' है और उसने अपने जीवन में सफल होने के लिए बहुत मेहनत की है. वह हमेशा अपने छोटे भाई-बहनों को कड़ी मेहनत करने के लिए भी कहता है."